आज एक व्यक्ति जब एक राज्य से दूसरे राज्य जाता है किसी भी अन्य काम से । उस को रास्ते में पढ़ने वाले टोल टैक्स पर पैसा देना पड़ता है। पेट्रोल से ज्यादा तो टोल टैक्स का खर्चा आ जाता है। जब भारत सरकार एक व्यक्ति से इनकम टैक्स भरवाती है तो फिर टोल टैक्स का पैसा क्यों ले रही है। कई कई बार तो लोगों के फास्ट ट्रैक काम ही नहीं करते उन्हें बेवजह उनका टाइम खोटी होता है इन चीजों पर छूट भी नहीं मिल पाती है ।
भारत सरकार टोल टैक्स मुक्त करने से विभिन्न क्षेत्रों से आय प्राप्त करने की संभावनाएं हो सकती हैं। पहली बात, यह सामान्य टोल बूथों के स्थान पर खर्चे कम होंगे और लोगों को सड़क यातायात में सुधार हो सकता है, जिससे वाहनों की गति बढ़ सकती है और यातायात निर्वाहकों को समय बचाने में मदद मिल सकती है।
दूसरी ओर, इससे लोगों की व्यक्तिगत आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है क्योंकि वे टोल खर्च से बच सकते हैं और इस धन को अन्य आवश्यक सेवाओं में लगा सकते हैं। सरकार इसे आम जनता के लिए आर्थिक सुधारक के रूप में प्रस्तुत कर सकती है।
साथ ही, टोल टैक्स की छूट से व्यापार भी प्रभावित हो सकता है। व्यापारी अधिक लाभ कमा सकते हैं और उन्हें उत्पादों और सेवाओं की दरों में कमी का आनुभव हो सकता है, जिससे आम जनता को भी लाभ हो सकता है।
इसके अलावा, यह सरकार को विभिन्न अन्य क्षेत्रों से आय प्राप्त करने के लिए नई योजनाओं और कर दरों को समीक्षा करने का अवसर देता है। यह शिक्षा, स्वास्थ्य, और अन्य सार्वजनिक सेवाओं में निवेश करने के लिए सरकार को संभावनाएं प्रदान कर सकता है |