रिपोर्ट : सृष्टि त्रिपाठी
अमेरिका अपने यहां के अवैध प्रवासियों को उनके विभिन्न देशों में कैदी की तरह हाथ में हथकड़ी पैर में बेड़ियां बांध कर अपने सैन्य मालवाहक जहाज C-17 से यह संदेश देने के लिए भेज रहा है कि कोई अवैध तरीके से अमेरिका में घुसा तो उसका यही अंजाम होगा।
आप लोगों की जानकारी के लिये कोलंबिया की जनसंख्या मात्र 5.2 करोड़ है और विश्व में उसकी अर्थव्यवस्था 39 वें नंबर पर है। अमेरिका ने जब कोलंबिया के अमेरिकी प्रवासी लोगों को ऐसे ही मालवाहक C-17 से कोलंबिया भेजा तो वहां के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने इसका विरोध किया और अमेरिकी विमान को अपने यहां उतरने की अनुमति देने से इंकार कर दिया। हवा में चक्कर लगाकर C-17 अमेरिका वापस चला गया।
फिर कोलंबिया ने अपने यहां से दो पैसेंजर एरोप्लेन अमेरिका भेजा और इज़्ज़त के साथ अपने नागरिकों को अपने देश में बुलाया।
प्लेन जब कोलंबिया की राजधानी “बोगोटा” पहुंचा तो उन्हें रिसीव करने वहां के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो जहाज़ के अंदर गये और अपने उन नागरिको से कहा
“अब आप आज़ाद हैं, और अपनी मातृभूमि पर हैं, आप निराश ना हों, सरकार आपके लिए हर संभव मदद उपलब्ध कराएगी और वित्तीय सहायता उपलब्ध कराकर कोलंबिया में इज्ज़त की ज़िंदगी जीने में मदद करेगी”
भारत विश्व में तीसरी सबसे बड़ी 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था है , परमाणु हथियार संपन्न शक्ति है,140 करोड़ की आबादी है और सबसे बड़ी बात कि हमारे पास दुनिया का सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं। अफ़सोस कि हम यह ना कर सके।