आईपीएस अकेडमी के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड साइंस ने अपने सफल 25 वर्ष पूर्ण किए। संस्थान सन 1999 से शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
इस अवसर पर संस्था के प्रथम डायरेक्टर डॉ आर जे लालवानी तथा प्रथम वर्ष (1999) के छात्रों सहित कई पूर्व छात्रों ने शामिल हो कर कार्यक्रम में रौनक भर दी।
संस्था के प्रेसिडेंट श्री अचल चौधरी जी ने बताया कि संस्था की प्रिंसिपल डॉ.अर्चना कीर्ति चौधरी ने भी इस वर्ष अपने 25 वर्ष संस्थान के साथ पूर्ण किए । उन्होंने विशेष रूप से उन्हें बधाई दी और कहा कि अपनी समर्पित टीम के साथ उन्होंने संस्था को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
प्रिंसिपल डॉ.अर्चना कीर्ति चौधरी ने इस अवसर पर पूर्व एवं वर्तमान छात्रों सहित सभी सदस्यों को बधाई देते हुए विगत 25 वर्षों की उपलब्धियों के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि प्रेसिडेंट अचल चौधरी की दूरदर्शिता तथा बिना समर्पित टीम के यह असंभव था। उन्होंने संस्था के वाईस प्रेजिडेंट श्री योगेंद्र जैन के योगदान को भी सराहा।
संस्था ने 1999 से मात्र तीन कोर्सेज इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग और फायर टेक्नोलॉजी एवं सेफ्टी इंजीनियरिंग से कारवाँ शुरू किया था और आज संस्था में 14 अंडर ग्रेजुएट और 8 पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज का सफलता पूर्वक क्रियान्वयन हो रहा है।
कॉलेज के पास आउट विद्यार्थी आज विश्व की लगभग सभी बड़ी कंपनियों में काफी अच्छी जगह बनाए हुए हैं विश्व का कोई ऐसा बड़ा देश नहीं है जहां हमारे संस्थान के उत्तरी बच्चे ना हो।
एक ओर सरकारी नौकरियों में हमारे यहां के पास आउट बच्चे आईपीएस एवं अन्य बड़ी प्रशासनिक जिम्मेदारियां निभा रहे है
वहीं दूसरी ओर प्राइवेट सेक्टर में दुनिया की बड़ी से बड़ी कंपनियों में काफी ऊँचे पदों पर पहुंच गए हैं। कई बच्चों ने अपनी खुद की कंपनी डाली हुई है जिसके माध्यम से वह हजारों लोगों को रोजगार दे रहे हैं।
जहाँ सिल्वर जुबली वर्ष में संस्थान ने अपने एक ऑफ कैंपस की स्थापना विजय नगर इंदौर क्षेत्र में कि वही
सिल्वर जुबली वर्ष में कई खास कार्यक्रमो का आयोजन हुआ।
इमर्जिंग टेक्नो इकोनामिक डेवलपमेंट फॉर सस्टेनेबल एनवायरमेंट,( ईटीडीएसई ) विषय पर अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस 12 से 13 जनवरी 2024 को आयोजित की गई।
रिसेंट एडवांसमेंट इन मैकेनिकल एंड ऑटोमेटिव इंजीनियरिंग (आई सी आर ए एम ए ई 2024) विषय पर अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस 23 से 24 फरवरी 2024 को आयोजित की गई।
ह्यूमैनिटेरियन इंजीनियरिंग प्रैक्टिस इन फायर इंडस्ट्रियल सेफ्टी एंड डिजास्टर मैनेजमेंट, (आई सी -एच ई एफएसडी 2024) शीर्षक पर अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस
5 से 7 मार्च 2024 को आयोजित की गई।
न्यूमेरिकल मेथड और एक्सपेरिमेंटल टेक्निक फॉर सस्टेनेबल एंड डिजास्टर रेसिलियंट इंफ्रास्ट्रक्चर (एनएसडीआरई 2024) विषय पर अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस 8 से 9 सितंबर 2024 को आयोजित की गई।
मैथमेटिक्स, अप्लाइड साइंस एंड टेक्नोलॉजी विषय पर m अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस 6 से 7, फरवरी 2025 तक होगी।
कंप्यूटेशनल कम्युनिकेशन एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी विषय पर अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस जो की 7 से 8 फरवरी 2025 तक आई ई ई ई के बैनर तले होगी।
एप्लीकेशन ऑफ आईओटी, ऐ आई एम एल और बिग डाटा टू इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विषय पर अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस मार्च 2025 के दौरान होगी।
विगत वर्षों में संस्थान से कई विदेशी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जुड़े जैसे प्रो ऑस्कर कैस्टिलो मेक्सिको से, प्रो स्टीफन स्चलोसर सोलोवकिया, प्रो गोलू बी वैसलीन रूस, प्रो मेंग जू सिंगापुर, प्रो वेलिना टेली फ्रांस, प्रो इंटिनो टोरस मार्क्स पुर्तगाल, प्रो मैडमजी सिंगापुर, प्रो बलीना ए-बालास रोमानिया, प्रो राजेश ढकाल न्यूजीलैंड से प्रो जिम्मी सेन्वेरत्ने श्रीलंका, प्रो सुजुकी जापान से एवं अन्य।
कॉलेज के छात्रों ने रंगा रंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
पूर्व छात्रों का कहना था कि संस्था ने विगत वर्षों में जो तरक्की की है वो अविश्वसनीय और अवर्णीय है।
इस अवसर पर विक्रम यूनिवर्सिटी के कुलपति माननीय डॉ अखिलेश पांडे, एस जी आई टी एस के डायरेक्टर डॉ रोड़े, डॉ हिंडोलिया डॉ ऐ एन पटेल एवं कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे उन्होंने भी संस्था को बधाई दी।
पूर्व छात्र एवं विभागाध्यक्ष डॉ. प्रवीण पटेल ने उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत किया ।
डॉ कविता उपाध्याय, डॉ श्यामल सेन और नम्रता अत्रे ने कार्यक्रम का संचालन किया।
पूर्व छात्र अरविंद उपाध्याय ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया ।