रिपोर्ट नलिन दीक्षित
इंदौर। सिंहस्थ से पहले इंदौर-उज्जैन के बीच मेट्रो चलाने का दावा कल कैबिनेट बैठक में किया गया है। हालांकि ये इतना आसान नहीं है।
इसके लिए जहां 10 हजार करोड़ रुपए की वित्तीय जुगाड़ प्रदेश सरकार को करना होगी, साथ ही केन्द्र सरकार से भी इसकी मंजूरी लेना पड़ेगी। कुछ समय पूर्व दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने जो सर्वे किया था उसमें 10 हजार करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया गया। वहीं वंदे मेट्रो का विकल्प भी सामने आया था।
इंदौर-भोपाल के बीच लाइट मेट्रो सहित कुछ अन्य वैकल्पिक सुझाव भी विशेषज्ञों द्वारा बताए गए हैं।
वर्तमान में जो इंदौर-उज्जैन फोरलेन को सिक्स लेन में परिवर्तित करने का काम चल रहा है उसमें अवश्य 6 मीटर की जगह मेट्रो के एलिवेटेड कॉरिडोर के लिए छोड़ी गई है।
इंदौर-उज्जैन के बीच जो फ्लायओवर निर्मित होंगे उनमें भी इस तरह के प्रावधान किए जाएंगे, ताकि मेट्रो ट्रेन की प्लानिंग में समस्या न हों। हालांकि प्राधिकरण द्वारा लवकुश चौराहा पर जो डबल डेकर ब्रिज बनाया जा रहा है उसमें इंदौर मेट्रो के लिए तो प्रावधान किया गया है, मगर इंदौर-उज्जैन मेट्रो का प्रोजेक्ट अमल में आता है तो अवश्य दिक्कत होगी और आगे से एलिवेटेड कॉरिडोर का काम शुरू करना पड़ेगा। यही कारण है कि अभी सिक्स लेन प्रोजेक्ट में 6 मीटर की जगह बीच में छोड़ी जा रही है, ताकि उस पर मेट्रो वाया डक्ट के पिलर निर्मित किए जा सकें।
अभी तो मेट्रो प्रोजेक्ट ना आने की स्थिति में ये 6 मीटर जगह डिवाइडर की तरह इस्तेमाल होगी, जिसमें पौधे भी लगाए जा सकेंगे।
अभी भी फोरलेन में डिवाइडर पर हरियाली कर रखी है।
यह भी उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने कुछ समय पूर्व इंदौर-उज्जैन मेट्रो के लिए सर्वे भी करवाया था और इसकी जिम्मेदारी दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन यानी डीएमआरसी को सौंपी गई। इस सर्वे में कुल 10 स्टेशनों की जरूरत बताई गई है।
लवकुश चौराहा से उज्जैन के महाकाल लोक तक लगभग 47 किलोमीटर का यह ट्रैक निर्मित करना पड़ेगा और इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 10 हजार करोड़ रुपए आंकी गई, जिसकी जुगाड़ करना मोहन सरकार के लिए आसान नहीं होगी।
87 हजार ने कर ली इंदौर मेट्रो की मुफ्त सवारी
अभी 6 जून तक इंदौर मेट्रो के 6 किमी. के कॉरिडोर पर मुफ्त सवारी कराई जा रही है।
31 मई से लेकर कल 3 जून तक 4 दिनों में लगभग 87 हजार लोगों ने मेट्रो की मुफ्त सवारी का आनंद ले लिया है। कल भी लगभग 20 हजार लोगों ने सफर किया और उद्घाटन के दिन 26 हजार लोग, जिसमें ज्यादातर महिलाएं थीं, ने मेट्रो सवारी की।
सुबह 8 से रात 8 बजे तक अभी हर आधे घंटे में गांधी नगर स्टेशन से टीसीएस स्टेशन तक मेट्रो का संचालन किया जा रहा है, जिसमें कुल 5 स्टेशन आते हैं। वहीं एक भ्रामक वीडियो भी सोशल मीडिया पर हादसे को लेकर चलाया, जिसे मेट्रो कॉर्पोरेशन ने फर्जी करार दिया है।