एकात्म पर्व के चौथे दिन विविध गतिविधियाँ आयोजित
इंदौर 01 मई 2025
आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास, संस्कृति विभाग मप्र शासन द्वारा एकात्म धाम, ओंकारेश्वर में चल रहे पंच दिवसीय ‘एकात्म पर्व‘ में दो मई को शंकर जयंती के अवसर पर प्रातः 8:30 बजे से आयोजित मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव सम्मिलित होंगे।
समारोह की अध्यक्षता जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद करेंगे। प्रकटोत्सव दिवस में विशिष्ट संतों की गरिमामय उपस्थिति रहेगी। आज पूरे दिन विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया जिनमें प्रणव साधना, वेदांत सत्र, आचार्य शंकर के जीवन पर वक्तव्य आदि सम्मिलित हैं।
कार्यक्रम के चतुर्थ दिवस पर इस्कॉन के आध्यात्मिक गुरु गौरांग दास, फिल्ममेकर प्रवीण चतुर्वेदी, इंफ्लुएंसर विशाल चौरसिया रील तो रियल: अवेकनिंग वननेस थ्रू स्टोरीटेलिंग सत्र में संवाद किया।
गौरांग दास ने कहा स्टोरी टेलिंग अपनाएं
गौरांग दास प्रभु ने कहा कि युवाओं को एकात्मता के संदेश का जनमानस तक पहुंचाने के लिए अत्यंत ही रोचक व अनूठे तरीके से लोगों तक पहुंचाना होगा। स्टोरीटेलिंग एक ऐसा माध्यम हैं जिससे व्यक्ति आपसे सहजता से जुड़ सकता हैं। उन्होंने एकात्म धाम के इस प्रकल्प की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्य निरंतर होते रहना चाहिए व यह एक सराहनीय पहल हैं।
हाइपरक्वेस्ट के संस्थापक विशाल चौरसिया ने एक रोचक प्रेजेंटेशन के माध्यम से स्टोरीटेलिंग के सिद्धांतों पर प्रकाश डाला व अद्वैत वेदांत के इस संदेश को प्रसारित करने के लिए शंकरदूतों को प्रेरित किया।
प्राच्यम के संस्थापक कैप्टेन प्रवीण चतुर्वेदी ने कहा कि कहानियाँ समाज को दिशा दिखाने का कार्य करती हैं व एकात्मता के संदेश को सुदृढ़ता युवाओं की रचनात्मकता व उत्कृष्टता के माध्यम से ही प्राप्त होगी।
शंकरदूतों के समागम के अंतर्गत शंकरदूतों द्वारा सुप्रसिद्ध स्तोत्र प्रशिक्षक लोकमाता विद्याशंकर व सुप्रसिद्ध स्तोत्र गायिका माधवी मधुकर झा आचार्य शंकर विरचित स्तोत्रों का गायन किया गया व उनका अलंकरण किया गया।
साथ ही शंकरदूतों द्वारा विविध प्रतिभाओं के माध्यम से अद्वैत वेदांत के लोकव्यापीकरण के उत्कृष्ट कार्यों को सराहा गया व उन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
इस आयोजन में जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि व युगपुरुष स्वामी परमानंद गिरि की दिव्य सन्निधि प्राप्त हुई।
उन्होंने शंकरदूतों को अपने उद्बोधन से मार्गदर्शित किया व आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास द्वारा आयोजित इस प्रकल्प को अपनी दिव्य सन्निधि से गौरवान्वित किया।
अद्वैत वेदांत के लोकव्यापीकरण हेतु आयोजित एकात्म पर्व में अन्य गतिविधियां जैसे अद्वैत लोक प्रदर्शनी, अद्वैत शारदा पुस्तकालय आदि आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।