रतन टाटा एन्डाउमेंट फाउंडेशन ने टाटा ग्रुप की 2 कंपनियों में हिस्सेदारी खरीदी है। यह कंपनियां टाटा डिजिटल और टाटा टेक्नोलॉजीज हैं। ग्रुप की चैरिटेबल इकाई का यह पहला इनवेस्टमेंट है। टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन ने सितंबर 2022 में रतन टाटा एन्डाउमेंट फंड बनाया था। घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले ऑफिशियल्स के मुताबिक, रतन टाटा फंड ने टाटा डिजिटल में 1 पर्सेट हिस्सेदारी खरीदी है। यह बात इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कही गई है। एनालिस्ट्स ने टाटा डिजिटल का वैल्यूएशन करीब 1.24 लाख करोड़ रुपये किया है।
टाटा टेक्नोलॉजीज में 147 करोड़ रुपये से खरीदी
हिस्सेदारी
रतन टाटा एन्डाउमेंट फंड ने टाटा टेक्नोलॉजीज में 1 पर्सेट से कम हिस्सेदारी खरीदी है। यह हिस्सेदारी टाटा मोटर्स से 147 करोड़ रुपये में खरीदी गई है। टाटा टेक्नोलॉजीज जल्द ही स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होने वाली है। टाटा टेक्नोलॉजीज में इनवेस्टमेंट को टाटा कैपिटल के एक लोन के जरिए फंड किया गया है। रतन टाटा एन्डाउमेंट फाउंडेशन और रतन टाटा एन्डाउमेंट ट्रस्ट पिछले साल बनाए गए हैं। इस काम आएगा डिविडेंड और शेयर बिक्री से मिला पैसा इस हिस्सेदारी से मिले डिविडेंड्स या शेयरों की बिक्री से मिला पैसा परोपकार से जुड़े कामों के लिए फंड जेनरेट करेगा। मौजूदा समय में ग्रुप की कंपनियों से मिली डिविडेंड इनकम ही टाटा ट्रस्ट्स के लिए फंड का मुख्य स्रोत है। मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने बताया है कि यह इनकम अपर्याप्त हो सकती है, क्योंकि ट्रस्ट की परोपकार से जुड़ी गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं। फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं है कि क्या रतन टाटा एन्डाउमेंट फाउंडेशन टाटा ग्रुप के बाहर की कंपनियों में भी हिस्सेदारी खरीदेगा