रिपोर्ट नलिन दीक्षित
वर्ल्ड बैंक की पावर्टी एंड शेयर्ड प्रॉस्पेरिटी’ रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2011-12 में कुल आबादी का 27.1 प्रतिशत गरीबी में जी रहे थे. अब साल 2022-23 में मात्र 5.3 प्रतिशत ही ऐसे लोग बचे है जो गरीबी रेखा से नीचे है। पाकिस्तान की बात करें तो वर्ष 2017-18 में गरीबी 4.9 प्रतिशत थी जो 2020-21 में बढ़कर 16.5 प्रतिशत पर आ चुकी है।