Mumbai: बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर बन गई हैं. उन्होंने शुक्रवार को प्रयागराज में संगम तट पर पिंडदान किया। अब वह यामाई ममता नंद गिरि कहलाएंगी। उनका सिर्फ पट्टाभिषेक रह गया है। वह शुक्रवार की सुबह ही महाकुंभ में किन्नर अखाड़े पहुंची थीं। अब वह यामाई ममता नंद गिरि कहलाएंगी। उनका सिर्फ पट्टाभिषेक रह गया है।

ऐसे बनी कुलकर्णी महामण्डलेश्वर
53 साल की ममता आज सुबह ही महाकुंभ में किन्नर अखाड़ा पहुंची थीं। उन्होंने किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया। दोनों के बीच करीब एक घंटे तक महामंडलेश्वर बनने को लेकर चर्चा हुई। इसके बाद किन्नर अखाड़ा ने उन्हें महामंडलेश्वर की पदवी देने का ऐलान किया।इसके बाद महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ममता को लेकर अखिल भारतीय अखाड़े के अध्यक्ष रविंद्र पुरी के पास पहुंचीं। ममता और पुरी के बीच काफी देर तक बातचीत हुई। इस दौरान किन्नर अखाड़े के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। फिर उनके महामंडलेश्वर बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई।
कुलकर्णी ने इन फ़िल्मों किया है काम

किन्नर अखाड़े ने ममता को महामंडलेश्वर बनाए जाने को लेकर पूरी गोपनीयता बरती है। 1992 में बॉलीवुड में किया डेब्यूममता कुलकर्णी का जन्म 20 अप्रैल 1972 को मुंबई में हुआ था। उन्होंने 1992 में आई फिल्म ‘तिरंगा’ से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था। इस फिल्म में उनके साथ नाना पाटेकर भी थे। फिर उन्होंने ‘आशिक’, ‘आवारा’, ‘क्रांतिवीर’, ‘वक्त हमारा है’, ‘सबसे बड़ा खिलाड़ी’ और ‘करण अर्जुन’ जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया।
बड़े सितारों के साथ की स्क्रीन शेयर

ममता कुलकर्णी ने शाहरुख खान, सलमान खान, अजय देवगन, अनिल कपूर जैसे बड़े स्टार्स के साथ स्क्रीन शेयर की है। उनकी आखिरी मूवी ‘कभी तुम कभी हम’ रही, जो साल 2002 में रिलीज हुई थी। महाकुंभ में आना मेरा सौभाग्य है, इससे पहले ममता कुलकर्णी ने कहा कि महाकुंभ में आना और यहां की भव्यता को देखना उनके लिए बहुत ही यादगार पल है।
ममता ने कहा, “यह मेरा सौभाग्य होगा कि महाकुंभ की इस पवित्र बेला में मैं भी साक्षी बन रही हूं। संतों के आशीर्वाद प्राप्त कर रही हूं।