इंदौर में अब स्तन कैंसर यानी ब्रेस्ट कैंसर जैसे लक्षणों से पीड़ित महिलाओं को तत्काल पता चल सकेगा कि उन्हें यह बीमारी है या नहीं। मेडिकल कॉलेज डीन डॉक्टर संजय दीक्षित के अनुसार ब्रेस्ट कैंसर की जांच के लिए एमवाय हॉस्पिटल में 1 करोड़ 75 लाख की मशीन आ चुकी है। जुलाई महीने के 10 दिनों में इस मशीन से ब्रेस्ट कैंसर पीड़ित महिला मरीजों की मेमोग्राफी के जरिए जांच शुरू हो जाएगी।
कैंसर पीड़ितों में सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित महिला मरीज शामिल हैं। इस बीमारी की वजह से सबसे ज्यादा मौत भी इन्हीं मरीजों की होती है, क्योंकि इस बीमारी का जब तक पता चलता है, तब तक यह लाइलाज हो चुकी होती है। डाक्टर्स का कहना है कि कैंसर की बीमारी खतरनाक जरूर है। यदि इस बीमारी की पहचान जल्दी हो जाए तो मरीज शत प्रतिशत ठीक हो सकता है। इसीलिए एमवाय में ब्रेस्ट कैंसर की मेमोग्राफी के लिए मेमोग्राम मशीन लाई गई है ।
ऐसे काम करती है यह मशीन
मेमोग्राफी करने वाली यह मशीन डिजिटल एक्स-रे मशीन की तरह काम करती है। इसे केवल ब्रेस्ट में कैंसर के सेल्स, यानी ऊतक को देखने के लिए डिजाइन किया गया है। मेमोग्राफी के दौरान संदिग्ध मरीज के ब्रेस्ट पार्ट को एक्स-रे मशीन से जुड़ी एक सपोर्ट प्लेट पर रखते हैं। इसके बाद यह मशीन मेमोग्राफी के जरिए कैंसर से संबंधित सेल्स, यानी ऊतकों की पहचान शुरू कर देती है। इस मशीन से स्तन की 3 से 5 मिलीमीटर तक की छोटी से छोटी गठान का भी पता लगाया जा सकेगा। महिला मरीजों को इतनी आधुनिक तकनीक से कम शुल्क में यह जाँच उपलब्ध होगी। मध्य प्रदेश के समस्त मेडिकल कॉलेज एवं शासकीय चिकित्सालयों में इस गुणवत्ता की यह पहली मशीन