रिपोर्ट नलिन दीक्षित
प्राधिकरण आईएस बीटी परअब उद्घाटन से पहले उपयुक्त ठेकेदार एजेंसी का करना है चयन
इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा एमआर 10 (MR 10) पर कुमेर डी में जो एयरपोर्ट की तर्ज पर आईएसबीटी (ISBT) निर्मित किया गया है।
उसके संचालन का ठेका किसी निजी एजेंसी को सौंपा जाएगा।
20 साल के लिए इस बस टर्मिनल का ठेका देंगे और पिछले दिनों बुलाए गए टेंडर आज शाम खुलेंगे।
अभी प्राधिकरण 110 करोड़ रुपए से अधिक की राशि इस टर्मिनल खर्च कर चुका है। निर्माण के साथ साथ अन्य आवश्यक कार्य भी पूरे हो गए है।
दस वर्ष मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भी इस बस टर्मिनल का अवलोकन करते हुए इसकी प्रशंसा की थी और मेट्रो स्टेशन से भी पैदल पुल के जरिए इसे जोड़ा जा रहा है।
1400 से अधिक बसों का संचालन इस टर्मिनल से होगा जो कि वातानुकुलीत और सर्वसुविधायुक्त बनाया गया है।
और इसका सही तरीके से संचालन भी अब सबसे बड़ी चुनौती है।
15 एकड़ की विशाल क्षेत्रफल में इंदौर विकास प्राधिकरण ने ये आईएसबीटी निर्मित करवाया है।
एक दूसरा बस टर्मिनल नायता मुंडला में आरटीओ
भवन के पास भी बनवाया गया है।
इसके संचालन का जिम्मा कुछ समय पूर्व एआईसीटीएसएल को सौंपा गया था जो कि नहीं कर सका और फिलहाल इस बस टर्मिनल में ताले लगे है।
वहीं अब प्राधिकरण चाहता है कि कुमुेडी में जो आधुनिक और एयरपोर्ट की तर्ज पर बस टर्मिनल बनाया है उसका संचालन सांधरण बेहतर तरीके से हो सके। यहीं कारण है।
कि उद्घाटन के पहले योग्य ठेकेदार फर्म की तलाश की जा रही है। प्राधिकरण के सीईओ आरपी अहिरवार ने बताया कि पिछले दिनों इस बस टर्मिनल के संचालन के लिए टेंडर आवंटित किए गए थे और कई लोगों ने उसमें रूची दिखाई है।
अब आज शाम को प्राधिकरण दफ्तर में ये टेंडर खुलेंगे।
हमारा प्रयास है कि अच्छी एजेंसी मिले ताकि इस बस टर्मिनल का बेहतर तरीके से रख रखाव हो सके।
यात्रियों की सुविधा के लिए यहां पर 14 टिकट काउंटर बनाए गए है और 1 हजार वाहनों की पार्किंग सुविधा भी दी गई है।
इस टर्मिनल से गुजरात राजस्थान के अलावा उज्जैन, भोपाल, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सागर सहित अन्य शहरों के लिए भी बसें चलेगी और 43 बस प्लेटफार्म निर्मित किए गए है।