रिपोर्ट नलिन दीक्षित
रविवार रात से अगले दिन तक करीब 3 इंच तक बारिश दर्ज की गई उसके बाद सोमवार देर रात 10 बजे बारिश का दौर फिर शुरू हो गया।
138 साल पहले 1886 में इतना पानी बरसा था।
पूरे मई माह में 2023 में सवा चार इंच बरसा था।
रविवार दोपहर इंदौर शहर में कुछ समय के लिए और हल्की इंटेंसिटी का अंधड आया और शहर को काफी अस्त-व्यस्त कर गया। अधिकतर होल्डिंग ,जो फ्लेक्स के बने हुए थे, वह उखड़ गए ।और अन्य नुकसान,पेड़ पौधे इत्यादि भी उखड गए हैं।लाइट कयी छेत्रो मे चली गयी घण्टो के लिए।
मुझे लगता है कि इसको हमने चेतावनी के रूप में लेना चाहिए।
यदि बड़ा अंघड कोई आया 60 70 किलोमीटर की स्पीड से हवा चली, 20 से 25 मिनट के लिए या उससे ज्यादा। तो क्या हालत शहर में होगी ?इसके कुछ बिंदु मेरे ध्यान में आते हैं।
1 फ्लेक्स डिजाइन होर्डिंग के लिए या कहीं भी हो ,तो उसका स्ट्रक्चर डिजाइन सबमिट करवाना चाहिए और स्ट्रक्चर इंजीनियर को किसी भी दुर्घटना के लिए जवाबदार ठहरना चाहिए।
2 भवनो की छत के ऊपर, जमीन के भाव बढ़ने से ,अधिकतर महंगी जमीनों के क्षेत्र में ,टीन शेड बना दिए गए हैं ।जो बगैर डिजाइन के बने हुए हैं और यह कभी भी बड़ी दुर्घटनाओं को निमंत्रण दे सकते हैं ।
3 वैसे ही छत पर सोलर पैनल वगैरा भी लगाए गए हैं ।
इसका भी स्ट्रक्चर ऑडिट रिपोर्ट सबमिट होनी चाहिए ।
4 इंदौर के रेलवे लाइन के आसपास विज्ञापनों के लिए ऊंचे ऊंचे होर्डिंग लगाए गए हैं।
वह भी शहर के लिए और इलेक्ट्रिकल रेलवे के लाइन के लिए ,खतरनाक साबित हो सकते हैं ।
उपरोक्त सभी बातों पर एक बार सब ने साथ बैठकर विचार करना चाहिए।