रिपोर्ट नलिन दीक्षित
जिसका विषय विकलांग व्यक्तियों के अधिकार था। सम्मेलन का उद्देश्य सुलभता से जुड़ी नीतियों पर प्रभावशाली संवाद को बढ़ावा देना और जागरूकता फैलाना था। कन्वेंशन दो सत्र में आयोजित की गई कॉन्फ्रेंस की शुरुआत क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल राउंड से हुई जिसमें प्रतिभागियों को कानूनी नीति निर्माण और सामाजिक न्याय से जुड़े विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत करने का अवसर दिया गया 23 मार्च 2025 को फाइनल राउंड पॉलिसी हियरिंग ग्राउंड और समापन समारोह का आयोजन किया गया कार्यक्रम का सफल आयोजन डॉक्टर अंशुमन जायसवाल निदेशक एनएमआईएमएस इंदौर, डीन आशुतोष हजेला एसोसिएट डीन स्कूल ऑफ़ लॉ एनएमआईएमएस के मार्गदर्शन में हुआ इसके अलावा श्री अमनदीप सिंह फैकल्टी कोऑर्डिनेटर समत्व एवं सहायक प्रोफेसर डॉक्टर सचिन भारद्वाज फैकल्टी कोऑर्डिनेटर एनएमआईएमएस इंदौर की अहम भूमिका इस कांफ्रेंस को सफल बनाने में रही l सम्मेलन में देश के जाने-माने कानूनी विशेषज्ञ और नीति निर्माता का एक प्रतिष्ठित पैनल शामिल था जिन में न्यायाधीश तपस भारद्वाज श्रीमती विनीता
हीरहरण और श्रीमती मोनिका पंजाबी समेत कई विद्वान लोग उपस्थित थे इन विशेषज्ञों की बहुमूल्य अंतर दृष्टि ने विचार विमर्श को और अधिक समृद्ध और प्रभावशाली बनाया कन्वेंशन के अंतिम दिन श्री आनंद सोनी अतिरिक्त महाधिवक्ता मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। जिन्होंने विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों पर चर्चा की पॉलिसी हियरिंग राउंड सम्मेलन का विशेष आकर्षण था तत्पश्चात प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया इस विशेष सत्र में प्रतिभागियों को वास्तविक कानून और नीति चर्चाओं में शामिल होने का अवसर दिया जिससे उनकी आलोचनात्मक सोच और नीति निर्माण की क्षमता का विस्तार हो सके इस प्रतियोगिता ने युवा कानूनी प्रतिभाओं को विकलांग व्यक्तियों के सामने आने वाली चुनौतियों पर विचार विमर्श करने और ठोस नीतिगत समाधान प्रस्तुत करने का मंच प्रदान किया यह कॉन्फ्रेंस कानूनी विशेषज्ञों नीति निर्माता और सामाजिक कार्यकर्ताओं को एक साझा मंच पर लाने हेतु की गई जिसमें विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों और नीतियों पर सार्थक संवाद को बढ़ावा दिया गया इंटरएक्टिव सत्र और गहन नीति चर्चा के माध्यम से यह आयोजन कानूनी सशक्तिकरण और विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने और ठोस नीतिगत समाधानों पर बल देने में सफल रहा।