रिपोर्ट नलिन दीक्षित
होली कलेक्टर बंगले की दीवारों पर इतिहास लिख दिया।कलेक्टर बंगले पर कलेक्टर , कमिश्नर, अपर कलेक्टर या संयुक्त कलेक्टर नही थे।
बल्कि कोई था तो वो है बचपन , भावना , उत्साह, मस्ती और धमाल।
हमेशा की तरह से कलेक्टर का बंगला आज भी होली पर उत्साही लालो की प्रतीक्षा में कई तैयारी से परिपूर्ण था।
स्वागत में आशीष सिंह सपत्नीक के साथ अपने दोनों छोटे बेटों के साथ सभी का स्वागत करने के लिए खड़े थे। टेबलों पर किलो से रंगों की थालियां सजी थी, तो वही पानी के बड़े टैंकर भी सभी को भीग जाने का निमंत्रण दे रहे थे।
सबसे पहले अधिनस्थों अधिकारियों में एडीएम गौरव बेनल, एसडीएम घनश्याम धनगर, एसडीएम रोशनी वर्धमान , एसडीएम कल्याणी पांडे , फूड स्पेक्टर मनीष स्वामी, सहित अन्य प्रशासन के अधिकारियों ने कलेक्टर आशीष सिंह पर जमकर गुलाल उड़ाया।
प्रशासन के सैकड़ों अधिकारी के सामने ही आज आशीष सिंह ने अपने बचपन को उतारते हुए ऐसी होली खेली मानो आज वे कलेक्टर भी बल्कि बचपन में अपने दोस्तों और गली मोहल्ले में खेली जाने वाली होली को फिर से महसूस कर आए हो।
घर के बाहर गार्डन में बने एक गड्ढे ने आज जो काम किया वो अच्छे अच्छे रंग भी नहीं कर पा रहे थे।
कीचड़ से भरे गड्ढे ने असली होली का मजा दिलाकर सबको मस्ती से भर दिया।
इस गड्ढे की महिमा उस समय पता चली जब इसको आने वाले सभी मेहमानों के लिए स्वागत द्वार की तरह इस्तमाल किया गया। लेकिन इसमें उतरने वाले को भी खीचड़ और पानी में उतरने में जमकर मजा आया।
कुछ समय बीतते ही ढोल बजने लगा और निगम आयुक्त शिवम वर्मा का चलित निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों का बाना कलेक्टर बंगले में प्रवेश कर गया।
5 हार की लड़ी हाथ में लिए नाचते और कूदते हुए शिवम वर्मा ने आशीष सिंह को पहनाई और दोनों ही जमकर झूमते हुए नाचने लगे। दोनों ने ही सतत नाचते हुए ये संदेश दिया कि जिंदगी नहीं मिलेगी दोबारा।
शिवम वर्मा का डांस ऐतिहासिक रहा, जिसने भी देखा वो देखकर आश्चर्य चकित रह गया। होली के अवसर पर सभी खुलकर नाचते गाते हुए आज के दिन को यादगार बनाते नजर आए।