“मां ने रोक लगाई और उसे प्यार का नाम दे दिया पिता ने बंदिशे लगाई उसे संस्कार का नाम दे दिया सास ने कहा अपनी इच्छाओं को मार दो उसे परंपराओं का नाम दे दिया ससुर ने घर को कैद खाना बना दिया उसे अनुशासन का नाम दे दिया पति ने थोप दिए अपने सपने और अपनी इच्छाएं उसे वफा का नाम दे दिया ठगी सी खड़ी वो जिंदगी की राहों पर और उसने उससे किस्मत का नाम दे दिया”