रिपोर्ट नलिन दीक्षित
एक अमेरिका की तरफ जाता है।
दूसरा रूस की तरफ जाता है।
तीसरा यूरोप की तरफ जाता है।
और चौथा ब्रिक्स की तरफ जाता है।
चारों रास्ते फिसलन भरे हैं। क्या ज्ञानीजन यह बता सकते हैं कि भारत को इनमें से कौन सा रास्ता चुनना चाहिए या फिर अभी चौराहे पर खड़े होकर इन सब की आपसी बुल फाइटिंग का मजा लेते हुए इंतजार करना चाहिए