भारतीय भाषा संगम “भाषाई विरासत का उत्सव” विषय पर कार्यक्रम आयोजित हुआ ।
शासकीय होलकर (आदर्श स्वशासी) विज्ञान महाविद्यालय आयोजित हुआ कार्यक्रम
भारतीय वेदों में वह सब कुछ लिखा है, जो हम आज वैज्ञानिक खोजों के रूप में देखते हैं। हमारे वेदों में जो भारतीय परंपरा समाहित है, वह विज्ञान पर आधारित है और हर परंपरा में वैज्ञानिक तथ्य उपलब्ध हैं। हमारे मनीषियों ने जो कार्य किए थे उनका वर्णन वेदों और अन्य ग्रंथों में मिलता है। यह बात आज भारतीय भाषा संगम “भाषाई विरासत का उत्सव” विषय पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा, आयुष, तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार ने कहीं।
शासकीय होलकर शासकीय होलकर (आदर्श स्वशासी) विज्ञान महाविद्यालय, भारतीय भाषा समिति शिक्षा मंत्रालय नई दिल्ली एवं विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान मालवा प्रांत के संयुक्त तत्वावधान में शासकीय होलकर (आदर्श स्वशासी) विज्ञान महाविद्यालय इंदौर में आयोजित इस कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री श्री परमार ने कहा कि प्रत्येक भारतीय को हमारी भाषा पर गर्व होना चाहिए तथा सभी को भाषा के प्रति आदर और सम्मान भाव रखना चाहिए। उन्होंने भारतीय ज्ञान परंपरा के संबंध में विस्तार से अपनी बात कहीं।
कार्यक्रम को विधायक श्री गोलू शुक्ला, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय संयोजक विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान डॉ. शशिरंजन अकेला, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर के कुलगुरु प्रो. राकेश सिंघई ने भी संबोधित किया तथा भारतीय भाषा संगम के संबंध में अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में महाविद्यालय जनभागीदारी समिति अध्यक्ष डॉ. दिनेश खंडेलवाल सहित बड़ी संख्या में महाविद्यालय के प्राध्यापकगण और विद्यार्थी उपस्थित थे। संचालन डॉ. संजय व्यास ने किया। आभार महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. अनामिका जैन ने माना।
भारतीय वेदों में वह सब कुछ लिखा है, जो हम आज वैज्ञानिक खोजों के रूप में देखते हैं- मंत्री श्री परमार
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