इंदौर जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत चल रहे कार्यों से इंदौर जिले को क्लब फूट मुक्त जिला घोषित किया जाएगा। इस अभियान के तहत 0 से 18 वर्ष के बच्चों में चार प्रकार की परेशानियों की जांच विभिन्न स्तरों पर की जा रही है। इनमें जन्म के समय किसी प्रकार के विकार, बीमारी, कमी और विकलांगता सहित विकास में रूकावट की जांच शामिल है।
अभियान की प्रगति की समीक्षा के लिए आज यहां कलेक्टर श्री आशीष सिंह की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में बताया गया कि जन्म के समय, समुदाय स्तर और आंगनवाड़ी तथा स्कूल स्तर पर बच्चों की लगातार जांच की जा रही है। जांच के दौरान बच्चों में होने वाली बीमारियों और विकारों को पहचान कर उन्हें दूर करने के प्रयास किये जा रहे है। जिले में क्लब फूट विकारता को दूर करने के अच्छे प्रयास हुए है। इसके फलस्वरूप जिले को 31 मार्च 2025 में क्लब फूट मुक्त घोषित किया जाएगा। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने निर्देश दिए है कि इस बीच में सभी बच्चों को चिन्हित कर लिया जाए, अगर कोई बच्चा क्लब फूट से पीड़ित है तो तुरंत इलाज कराया जाए। उन्होंने इस संबंध में सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों से एक-एक प्रमाण पत्र लेने के निर्देश दिए। बैठक में बच्चों में होने वाली बीमारियों के तुरंत उपचार के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए।
इंदौर जिले को क्लब फूट मुक्त जिला घोषित किया जाएगा
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