खजुराहो, मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है और यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो अपनी ऐतिहासिक महत्वपूर्णता और भव्य स्थापत्य शैली के लिए प्रसिद्ध है। खजुराहो के मंदिर विश्व धरोहर स्थलों में से एक माने जाते हैं जो विश्व भर से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
खजुराहो के मंदिरों का निर्माण बेताबीकी और सुंदरता के साथ हुआ है, जिनमें से अधिकांश विशेषकर चंदेल वंश के राजाओं द्वारा बनवाए गए हैं। ये मंदिर नागर शैली के हैं और अपनी शैली और सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं। मुख्यत: खजुराहो में 20 से अधिक मंदिर हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख मंदिर खजुराहो मंदिर समूह में शामिल हैं, जैसे कि काण्डारिया महादेव मंदिर, लक्षमण मंदिर, विश्वनाथ मंदिर, दुलादेव मंदिर और खंडरिया महादेव मंदिर।
इन मंदिरों की शैली में विशेषता है, जो मूर्तियों और शिल्पकला के माध्यम से महकुस प्रदर्शित होती है। इनकी सुंदर सुंदर स्तूप, अंगूरीबाग, और विभिन्न तरीकों की कलाएं इन्हें एक अनूठे और प्रशंसनीय स्थान बनाती हैं।
खजुराहो के मंदिरों की एक और विशेषता उनकी कामुक शैली है, जो सुंदर मूर्तियों के माध्यम से व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं को दिखाती हैं। यह सृष्टि और संस्कृति के विविधता को प्रदर्शित करने का एक अद्वितीय तरीका है जो खजुराहो को अन्य किसी भी स्थान से अलग बनाता है।
खजुराहो का समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, जो इसे एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बनाती है, वहाँ के लोगों की मेहनत और रचनात्मकता को दर्शाता है। इसके अलावा, खजुराहो में हर साल आयोजित होने वाले खजुराहो दानस उत्सव ने इस स्थान को आधुनिक और पारंपरिक सांस्कृतिक आयोजनों का केंद्र बना दिया है।