भारत के प्रथम क्रांतिकारी मंगल पांडे जी का आज जन्मदिन है …उनका जन्म 19 जुलाई 1827 को नगवा में हुआ था …!!
ईस्ट इंडिया कम्पनी की फौज में वे बंगाल के बैरकपुर में तैनात थे …. 1857 में कम्पनी द्वारा दी गई नई बन्दूकों के कारतूसों को ….सीलन से बचाने के लिए उन पर लगी गाय और सूअर की चर्बी को उन्होंने मुँह से खोलने से इनकार कर दिया … कारतूसों की चर्बी मुँह से खोलकर ही उन्हें चलाया जा सकता था ….!!
अंग्रेजों के न मानने पर उन्होंने फौज से बगावत कर दी और अंग्रेज अफसर को भून डाला …खबर आग की तरह फैली और देश में अनेक स्थानों पर भारतीय जवानों ने बगावत कर दी … मंगल पांडे जी को अंग्रेजों ने सूली पर लटका दिया … इस पर मेरठ की काली पलटन छावनी में बगावत का बिगुल बज उठा …यह पहली क्रांति थी …
आज उन्हीं महानायक का जन्मदिवस है … आइये कुछ पलों के हम अपने रणबांकुरों को याद कर लें …. हमारी आजादी , हमारी खुशियाँ उन्हीं महानायकों की देन हैं ….