इंदौर में ड्रोन पायलट प्रशिक्षण का शुभारम्भ हुआ ।
ड्रोन प्रशिक्षण युवाओं और किसानों के लिए विकास के नए द्वार खोलने वाला है। इस प्रशिक्षण से युवाओं को रोजगार मिलेगा वहीं किसानों को ड्रोन के माध्यम से कृषि कार्य में मदद मिलेगी, जिससे लागत कम होकर खेतों में उर्वरक और दवाओं के छिड़काव में तकनीक सहायक बनेगी। ड्रोन पायलट प्रशिक्षण नई सोच, चिंतन और विश्वास को जमीन पर उतारने का काम करेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र तकनीक के उपयोग के साथ विकास के संकल्प को लेकर तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में आगे बढ़ रहा है। यह प्रशिक्षण किसानों और युवाओं के लिए खुशहाली और उन्नति के पथ सृजित करेगा।
यह बात आज प्रदेश के जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कृषि अभियांत्रिकी मुसाखेड़ी इंदौर में ड्रोन पायलट प्रशिक्षण के शुभारम्भ अवसर पर कही। उन्होंने कहा ड्रोन पायलट प्रशिक्षण के माध्यम से युवा तकनीक से पारंगत होंगे तथा इसका लाभ हमारे युवाओं और किसान भाइयों को मिलेगा। किसानों और युवाओं के लिए नए अवसर सृजित करने का एक बेहतर अवसर है। नई तकनीक किसानों को उन्नति के पथ पर ले जाएगी। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश हर मोर्चे पर आगे बढ़ रहा है। केंद्र और प्रदेश सरकार किसान, महिला, युवा और गरीब के विकास के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य किया जा रहा है। इस दिशा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में विकास के लिए ड्रोन पायलट प्रशिक्षण के माध्यम से एक नई सौगात की शुरू हुई है। उन्होंने कहा नागरिक उड्डयन मंत्री के रूप में केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेष में 5 ड्रोन स्कूल खोलने की घोषणा की थी। प्रदेष का पहला स्कूल भोपाल में संचालित हो रहा हे। प्रदेष का दूसरा स्कूल इन्दौर में संचालित होकर युवाओं को यहां ड्रोन संचालन का प्रषिक्षण मिलेगा।
उन्होंने ड्रोन स्कूल की स्थापना के लिए कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह नवाचार प्रधानमंत्री जी के विकसित भारत के सपने को पूरा करने में सकारात्मक प्रयास है जो प्रदेश के लिए अत्यंत ही गर्व का विषय है। ड्रोन का उपयोग मुख्य रूप से कीटनाशक के छिड़काव एवं तरल यूरिया तथा डीएपी के छिड़काव में भी आसानी से होगा। इस नई तकनीक से युवाओं को रोजगार मिलेगा और किसानों को कीटनाशक के छिड़काव में आसानी होगी तथा लागत में भी कमी आयेगी। तकनीक और युवा शक्ति के माध्यम से किसानों के प्रगति के मार्ग प्रशस्त होंगे। इंदौर का ड्रोन प्रशिक्षण स्कूल नए कीर्तिमान रचेगा। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि ड्रोन पायलट प्रशिक्षण का बेहतर लाभ लें। उन्होंने कहा मालवा क्षेत्र में सोयाबीन और गेहूं उत्पादन में देश का मान बढ़ाया है। उन्होंने कहा जय जवान, जय किसान और जय विज्ञान का नारा रक्षा, सशक्त कृषि और विज्ञान की नई तकनीक के संकल्प के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सिंचाई के रकबे को बढाने के संकल्प के साथ काम कर रही है ताकि प्रदेश में सिंचाई का रकबा बढे़ और उसका लाभ किसानों को मिले और किसान भाई आर्थिक रूप से सक्षम हो। श्री सिलावट ने ड्रोन पायलट प्रशिक्षण कक्ष का फीता काटकर शुभारंभ किया। उन्होंने प्रशिक्षण केन्द्र की व्यवस्था और ड्रोन पायलट प्रशिक्षण संबंधित जानकारी भी ली।
कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित पद्मश्री डॉ. एम अन्नादुरई मिशन डायरेक्टर चन्द्रयान एवं मंगलयान ने संबोधित करते हुए कहा कि आज का पल इंदौर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा वे स्वयं भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित होकर गौरवान्वित महसूस कर रहे है, क्योंकि किसानों की प्रगति के लिए तकनीक का साथ होने का यह पल बहुत ही खुशी देने वाला है। उन्होंने कहा विज्ञान और किसान मिलकर नई तकनीक के उपयोग से उन्नत कृषि के लिए आगे बढेंगे।
कार्यक्रम को एमआईटी इंस्टीट्यूट मद्रास के डीन डा. के. रामचंद्रन ने संबोधित करते हुए कहा कि ड्रोन प्रशिक्षण युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर सृजित करेगा। वही किसानों को उन्नत तकनीक के माध्यम से कृषि संसाधनों की सुविधा मिलेगी। यह प्रशिक्षण आधुनिक तकनीक से सीधे किसानों के जुड़ने का अवसर है।
कार्यक्रम में सीएएसआर आरपीटीओ चेन्नई के डायरेक्टर डॉ. के सेंथिल, अन्ना यूनिवर्सिटी मद्रास के हेड ऑफ आपरेशन विंग श्री के. आर. श्रीकांत, संचालक कृषि अभियांत्रिकी म.प्र. शासन श्री राजीव चौधरी, डीजीसीएम इंदौर के निर्देशक श्री मीणा, सहायक कृषि यंत्री श्री एम. के. भार्गव सहित अन्य अधिकारीगण, बड़ी संख्या में डोन प्रशिक्षण लेने वाले युवा और कृषकगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र का पूजन और दीप प्रज्ज्वलन से किया गया। स्वागत संबोधन श्री चौधरी ने किया और पूरे प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा बताई।
*ड्रोन सहित कृषि उपकरणों की प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केंद्र*
कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न कृषि उपकरणों की प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। कार्यक्रम स्थल पर कृषि कार्य में सहयोगी ड्रोन, हाई ग्राउंड़ क्लीयरेंस बुक स्प्रेयर, लेजर लैंड लेबलर, स्टा रिपर, स्वचलित टूलबार राइड ऑफ टाइप, स्लेशर, सुपर सीडर, मल्चर, बेलर, हे रेक, सब साइलर, श्रेलर, पावर हेरो, ब्रॉडबैंड फेरो प्लांटर, सॉवाइल मॉइश्चर सेंसर सहित अत्याधुनिक तकनीक के ट्रैक्टर सहित अन्य कृषि उपकरण विशेष आकर्षण का केंद्र रहे।
ड्रोन पायलट प्रशिक्षण युवाओं के लिए रोजगार में और किसानों के लिए कृषि में सहायक सिद्ध होगा – मंत्री श्री सिलावट
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