इंदौर (मध्य प्रदेश) । देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने डाक्टोरल एंट्रेंस टेस्ट (डीईटी) की आपत्तियों का निराकरण करना शुरू कर दिया है। दो-तीन दिन में नई माडल आंसरशीट अपलोड होगी। उसके बाद परिणाम को लेकर प्रक्रिया शुरू होगी। यह काम एमपी आनलाइन और विश्वविद्यालय मिलकर करेंगे। 28 नवंबर तक रिजल्ट घोषित किया जाएगा। फिर रिसर्च एडवाइजर कमेटी (आरएसी) के तहत इंटरव्यू होंगे। अधिकारियों के मुताबिक जनवरी में प्रत्येक संकाय की आरएसी करवाई जाएगी। दिसंबर में इनकी पैनल बनाएंगे।
31 अक्टूबर को डीईटी करवाया गया। 38 संकाय की 669 सीटों के लिए करीब 2700 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी। माडल आसंरशीट आने के बाद 22 आपत्तियां आई हैं। उम्मीदवारों ने सही जवाब के लिए संबंधित दस्तावेज भी लगाए हैं। इस आधार पर विश्वविद्यालय ने आपत्तियों का निराकरण करना शुरू कर दिया है। इसके लिए शिक्षकों की समिति बनाई है, जो जांचने का
70 प्रतिशत परीक्षा और 30 प्रतिशत इंटरव्यू के अंक
पीएचडी प्रवेश नियमों में यूजीसी ने दो साल पहले बदलाव किया था। सिर्फ परीक्षा के आधार पर उम्मीदवारों का • चयन नहीं किया है। परीक्षा और इंटरव्यू दोनों के अंकों पर उम्मीदवार को पीएचडी का मौका दिया जाएगा। नियमानुसार 70 फीसद परीक्षा और
काम करेंगी। विश्वविद्यालय ने एजेंसी को परिणाम घोषित करने के लिए 28 नवंबर तक का समय दिया है। अधिकारियों के मुताबिक
- 30 फीसद इंटरव्यू के अंकों को वेटेज दिया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक 50 फीसद अंक परीक्षा में लाना अनिवार्य है। इंटरव्यू के अंक भी मायने रखेंगे। दोनों के अंकों पर मेरिट बनाएंगे, फिर उम्मीदवारों को कोर्सवर्क करना होगा।
परिणाम आने के बाद उम्मीदवारों को शोध विषय तय करना होगा। साथ ही शोध से जुड़े बिंदुओं पर सार बनाना होगा। इस बीच सदस्य होंगे।
उम्मीदवारों को गाइड और को- गाइड की सहमति लेनी होगी। इन प्रक्रियाओं के लिए विश्वविद्यालय कम से कम 40 दिनों का समय देगा। डीईटी प्रभारी डा. अशेष तिवारी का कहना है कि डीईटी का परिणाम नवंबर अंतिम सप्ताह तक निकालेंगे। इसके बाद आरएसी के इंटरव्यू होंगे। जनवरी में प्रत्येक संकाय के इंटरव्यू करवाएंगे। इसकी सूची भी वेबसाइट पर रहेगी। शिक्षकों की समिति बनाएंगे, जिसमें अन्य विश्वविद्यालयों के शिक्षक |