“Black Ribbon Initiative” ’’संकल्प’’ अभियान के तहत 680वीं कार्यशाला संपन्न सायबर जागरूकता अभियान “Black Ribbon Initiative” ’’संकल्प’’ के तहत विशेष पुलिस महानिदेशक डॉं. वरूण कपूर द्वारा दिनांक 18.06.2024 को ‘‘Department of Forensic Science, Institute of Sciences, SAGE University, Indore’’ में 680वीं कार्यशाला का आयोजन किया गया । इस कार्यशाला में युनिवर्सिटी के 119 छात्र-छात्राओं एवं 15 प्राध्यापकों ने भाग लिया । कार्यशाला में डॉं. सन्दीप के. वर्मा-हेड ऑफ इंस्टिट्यूट, इंस्टिट्यूट ऑफ साईसेस सेज युनिवर्सिटी, डॉं. जागृति सिंघल-हेड ऑफ डिपार्टमेंट व अन्य मुख्य रूपसे उपस्थित रहे । कार्यशाला के प्रारंभ में डॉं. सन्दीप के. वर्मा- हेड ऑफ इंस्टिट्यूट, इंस्टिट्यूट ऑफ साईसेस एवं डॉं. जागृति सिंघल- हेड ऑफ डिपार्टमेंट द्वारा डां. कपूर को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया गया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉं. वरूण कपूर द्वारा छात्र-छात्राओं को बुलिंग, फिशिंग, स्टॉंकिंग, ग्रुमिंग के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुये बताया कि इंटरनेट पर हमारी निर्भरता दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है । सोशल नेटवर्किंग, ऑनलाईन स्टडी/शॉपिंग/जॉंब, गेमिंग, डेटा स्टोर इत्यादि में इंटरनेट का उपयोग किया जा रहा है । तकनीकी उन्नति के साथ ही सायबर अपराध की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है । ऑनलाईन धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग, धमकाना, भड़काने वाले कमेंट हैकिंग, स्पैमिंग आदि की घटनायें आम हो गई है । इसलिये डिजिटल तकनीक के उपयोग के साथ सायबर सुरक्षा आज की सबसे बड़ी आवश्यकता हो गयी है, किन्तु लोगों में जानकारी का अभाव है जिसका फायदा उठाकर सायबर अपराधी लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं और वित्तीय, मानसिक एवं शारीरिक नुकसान पहुचा रहे है । सायबर अपराधों की घटनाओं से बच्चों से लेकर बुढ़े तक का जीवन प्रभावित हो रहा है । इसलिये जानकार एवं जागरूक बने । डॉं. कपूर द्वारा सोशल नेटवर्किंग एवं कम्युनिकेशन में अन्तर बताते हुये अपने बारे में कितनी इन्फारमेशन कब, कैसे और कहॉं शेयर करनी है, किस पोस्ट को लाईक, शेयर एवं फारवर्ड करना है और शेयर/फारवर्ड करने से पूर्व उसकी सत्यता की जॉंच की आवश्यकता पर बल दिया । हमारे द्वारा सोशल नेटवर्किंग साई्ट्स फेसबुक, इंस्टग्राम, लिंक्डइन, ट्वीटर, व्हाट्सअप आदि का उपयोग तो किया जा रहा है किन्तु सुरक्षा मानकों को ध्यान में नहीं रखा जाता है। सायबर अपराध का शिकार होने से बचने के लिये की सेंटिग ऐसी रखे कि आपसे जुडे़ व्यक्ति के अलावा अन्य कोई आपकी जानकारी देख न सके। लॉंगिन यूजरनेम व पासवर्ड गोपनीय रखे । समय-समय पर अपनी आईडी का पासवर्ड बदलते रहें और किसी से भी शेयर न करें । यूजरनेम व पासवर्ड याद रखें, कहीं लिखकर न रखें । अनजान मैसेज लिंक या मोबाईल पर आने वाले किसी भी नोटिफिकेशन को बिना जानकारी क्लिक न रकें । अनजान स्त्रोत से एप/गेम डाउनलोड न करें और न इंस्टाल न करें । बैंक के नाम से आने वाले फर्जी कॉल से सावधान रहे और व्यक्तिगत जानकारी जैसे बैंक खाता, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ओटीपी, यूपीआई-पिन, आदि न दे चाहे वह अपका परिचित ही क्यों न हो । सार्वजनिक स्थलों पर वाईफाई के उपयोग से बचे । छात्र-छात्राओं ने अपनी जिज्ञासा प्रश्नों के माध्यम से रखी जिनका समाधान डॉं. कपूर ने सहजता से किया । कार्यशाला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दो छात्र-छात्राओं क्रमशः .मोनिका तिवारी एवं सिद्धा को डॉं. कपूर ने प्रमाण-पत्र व गोल्डन बैज प्रदान कर सम्मानित किया । कार्यशाला के समापन पर डॉं. सन्दीप के. वर्मा- हेड ऑफ इंस्टिट्यूट, इंस्टिट्यूट ऑफ साईसेस, सेज युनिवर्सिटी द्वारा डॉं. वरूण कपूर को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेट किया गया।
सेमिनार के सफल संचालन में निरीक्षक श्रीमती पूनम राठौर, व उनकी टीम के सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।
सायबर सुरक्षा आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है -डॉं वरूण कपूर
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