इंदौर के लालबाग में चल रहे काम के बीच अब यहां मौजूद एंटिक्स का रेस्टोरेशन का काम शुरू होगा। इसका काम आईजीएनसीए (इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर द आर्ट्स) करेगा। कल यहां के छात्रों ने लालबाग और केंद्रीय संग्रहालय का दौरा भी किया।
फर्नीचर सहित पुराने कालीन मौजूद।
साढ़े सात सौ से ज्यादा एंटिक्स मौजूद है लालबाग में।
लालबाग में फिलहाल तल मंजिल का काम पूरा होने के बाद ये पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है, लेकिन लालबाग की पहली और दूसरी मंजिल के साथ ही बेसमेंट में मरम्मत के काम चालू है, जिसे अभी पूरा होने में कुछ वक्त और लग सकता है। इसी बीच दिल्ली की आईजीएनसीए यहां एंटिक्स को फिर से उसी
स्वरूप में लाने यानि रेस्टोरेशन का काम शुरू करेगा। पुरातत्व विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, लालबाग में फिलहाल पेंटिंग सहित साढ़े सात सौ से ज्यादा एंटिक्स मौजूद है। इसमें 50 से कुछ ज्यादा पेंटिंग्स हैं। लालबाग को फिर से पुराने स्वरूप में लाने का काम अब मप्र सरकार और पुरातत्व विभाग ही कर रहे हैं।
बगीचे को निखारने का काम पर्यटन विकास निगम के पास
दूसरी ओर बगीचे को निखारने का काम मप्र पर्यटन विकास निगम के जिम्मे है। इसके लिए टेंडर भी अक्टूबर में जारी किए जा चुके हैं। टेंडर होने के बाद कंपनी को 18 महीने में ये काम पूरा करके देना है। बाउंड्रीवाल भी तैयार की जाना है। टेंडर 2195.95 लाख का है।
लालबाग में स्थित पुराने सामान (एंटिक्स) में फर्नीचर के साथ ही पुराने समय की लाइट्स, पेंटिंग्स, कालीन, वॉश, पीतल का कई पुराना सामान मौजूद है, जिस पर काम किया जाना है। जानकारी के मुताबिक, इसमें लंबा वक्त लगेगा। कई बार एक ही पेंटिंग को फिर से उसी स्वरूप में लाने के लिए महीनों लग जाते हैं।
स्पेशल ट्रेन बुक की है तो खाना भी रेलवे से ही खरीदना पड़ेगा
रेल विभाग द्वारा स्पेशल ट्रेन बुक की जाती है, जो विभिन्न धार्मिक यात्राओं से लेकर शादी या ऐसे अन्य आयोजनों के लिए करवाई जाती है। अभी इंदौर के सकल दिगम्बर जैन समाज ने सम्मेद शिखर जी के लिए स्पेशल ट्रेन बुक की थी, जो सिर्फ इस कारण निरस्त करना पड़ी क्योंकि रेलवे ने यह दबाव डाला कि दोनों समय का भोजन आईआरसीटीसी से ही लेना पड़ेगा। जबकि यात्रा पर जाने वाले जैन समाज के लोगों का सात्विक भोजन बनता है और रेलवे से अनुरोध किया गया कि पेंट्री कोच में खाना बनाने या गर्म करने की अनुमति दी जाए। मगर रेलवे इसके लिए सहमत नहीं हुआ। लिहाजा मजबूरी में 4 से 9 जनवरी के लिए बुक की गई स्पेशल ट्रेन को निरस्त करना पड़ा और कल पूर्व लोकसभा सुमित्रा महाजन ताई से भी मिलने सकल दिगम्बर समाज युवा वेलफेयर सोसायटी के सदस्य पहुंचे, जिसमें राहुल सेठी, रेखा शरद जैन, सोनम जैन, सलोनी, सुयश, प्रभा, नीतेश सहित अन्य शामिल रहे। सभी ने इस बात पर आक्रोश प्रकट किया और कहा कि वे प्रधानमंत्री और रेलवे मंत्री से बात कर नियमों में संशोधन करवाएं, क्योंकि यह एक तरह का तुगलकी फरमान ही है जो जैन समाज के साथ अन्य समाज के लोगों के लिए भी परेशानी का कारण है।