रिपोर्ट नलिन दीक्षित
कोलंबिया विश्वविद्यालय में पीएचडी की स्टू़डेंट 37 वर्षीय रंजनी श्रीनिवासन ने कभी नहीं सोचा था कि उनकी शैक्षणिक यात्रा ऐसी स्थिति में समाप्त होगी, जहां उन्हें आतंकवादी समर्थक घोषित किया जाएगा।
भारतीय स्टूडेंट रंजनी श्रीनिवासन ने पिछले हफ्ते अमेरिका से खुद को सेल्फ डिपोर्ट कर लिया था। रंजनी के कनाडा जाने से ठीक पहले उनके साथी कोलंबिया विश्वविद्यालय के छात्र महमूद खलील को हिरासत में ले लिया गया था, इससे वह डर, अनिश्चितता और असुरक्षा से घिर गई थीं, क्योंकि रंजनी को लगा कि शायद उनका भी यही हश्र होगा। रंजनी श्रीनिवासन ने कभी नहीं सोचा था, कि उनकी एजुकेशनल ट्रिप पर उन्हें आतंकवादी समर्थक करार दिया जाएगा।
उनका अमेरिकी छात्र वीजा रद्द होने के बाद, श्रीनिवासन ने खुद को निर्वासित (Deported) कर लिया अब, उन्हें उम्मीद है कि विश्वविद्यालय उन्हें फिर से दाखिला देगा।