चित्तौड़गढ़ किला भारतीय इतिहास के दौरान कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है। यह किला महाराणा प्रताप के नेतृत्व में चम्बल नदी के किनारे स्थित है और यह राजपूत राजवंशों की एक महत्वपूर्ण सीट थी। चित्तौड़गढ़ की ऊचाई और मजबूती को देखकर इसे ‘वीर श्रेष्ठ’ कहा जाता है।
। पद्मावती चित्तौड़गढ़ की रानी थी, जिनकी सुंदरता और चतुराई के बारे में गूंथा जाता है। रानी पद्मावत की जानकारी विभिन्न काव्य और किले से मिलती है, जैसे कि ‘पद्मावत’ और ‘चित्तौड़ की रानी पद्मावती’।
रानी पद्मावती की कहानी का मुख्य हिस्सा उसके सौंदर्य और बुद्धिमत्ता के चरित्र के आस-पास घूमता है। महारावल रतन सिंह के साथ विवाह के बाद, उसकी तीन सौंदर्य भरी जीवनशैली ने दिल्ली के सुलतान अलाउद्दीन खिलजी को आकर्षित किया। उनकी बहुत सुंदरता की खबर सुलतान खिलजी तक पहुंची और उसने रानी को प्राप्त करने का निश्चय किया।
पद्मावती ने अपनी पति महारावल रतन सिंह के साथ साहसपूर्वक खिलजी सुलतान के सामने आने का निर्णय किया और एक सामरिक षड्यंत्र के माध्यम से उसके साथ लड़ते हुए अपने पति के साथ मिलकर आत्मघात कर लिया।
चित्तौड़गढ़ की किले में यह घटना हुई और इसका समापन हुआ, लेकिन इसकी कहानी भारतीय साहित्य में अद्वितीयता और वीरता के प्रतीक के रूप में बनी रही|