भारत और पाकिस्तान ( India Pakistan) के बीच बढ़ते तनाव के बीच जम्मू-कश्मीर के अंतरराष्ट्रीय सीमा (International Border) और नियंत्रण रेखा (LoC) के पास बसे गांवों में लोग सतर्क हो गए हैं. लोग अपने-अपने बंकरों की सफाई कर रहे हैं और गेहूं की फसल जल्दी काट रहे हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति (युद्ध) में सुरक्षित रह सकें.
सीमा पर रहने वाले लोगों को पाकिस्तानी गोलाबारी से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने दिसंबर 2017 में जम्मू, कठुआ और सांबा के पांच जिलों में 14,460 व्यक्तिगत और सामुदायिक बंकरों के निर्माण को मंजूरी दी थी. ये बंकर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित गांवों और नियंत्रण रेखा पर पुंछ और राजौरी के गांवों को कवर करते हैं. बाद में सरकार ने संवेदनशील आबादी के लिए 4,000 से अधिक बंकरों को मंजूरी दी थी।