शारदीय नवरात्री की शुरुआत होने वाली है सब जगह तैयारियां हो रही है आज हमारे बड़े बूढ़े बिदा होंगे हमारे द्वारा जो भी श्रद्धा मे उनकी सेवा की गईं है उसका लाभ जरूर मिलेगा उनका आशीर्वाद प्राप्त होगा माता जी के आगमन की खबर से ऐसी खुशी की अनुभूति होती है जैसे हमारी माँ आकर हमें गले लगाएगी अपने चरण के स्पर्श से हमें आशीर्वाद देगी एवं हमारी परेशानिया सुनकर उन परेशानियो को दूर करेंगी जैसे -जिस माँ ने हमें जन्म दिया है वो हमारा ख्याल रखती है हमारी रक्षा करती है वैसे शारदीय नवरात्रों में हमें अनुभूति होती है हर जगह अलग-अलग तरीके से माताजी का स्वागत एवं सत्कार किया जाता है एवं जगह-जगह गरबा पांडाल बनाकर माता जी की भक्ति में गरबे किए जाते हैं आशीर्वाद लिया जाता है कुछ जगह पर देखा गया है की माताजी खुद वहां के पुजारी के शरीर में जाकर आशीर्वाद प्रदान करती है और यह सत्य घटनाओं पर आधारित है ऐसे ऐसे चमत्कार देखने को मिलते हैं जिसे डॉक्टर के पास जाकर बीमारियों का हल नहीं मिल पाता है लेकिन माता जी के दरबार में जाने के बाद समस्या से मुक्ति मिल जाती है एवं बीमारियों से छुटकारा पाया जाता है हम आम नागरिक एवं आने वाली पीढ़ियों को यह समझना होगा कि हर औरत को मां बहनों की नजरों से ही देखें यह अनुभव नई जनरेसंन पीढ़ी को कुछ समय बाद समझ में आता है लेकिन यह बातें समझाने का प्रयास हमारे घर के वरिष्ठ जन /दादा दादी नाना नानी आदि का सहयोग होता है आजकल के सोशल मीडिया दौर में धार्मिकता से लोगों की दूरियां बनती जा रही है कहीं जगह देखा जाता है सिर्फ औपचारिकता ही की जाती है यह हमें आने वाली पीढ़ियों को समझना होगा की कैसे हमारे समय में हर त्यौहार मिलजुल कर मनाए जाते थे त्यौहार आने की खुशी क्या होती है एक साल में एक बार कपड़े सिलवाए जाते थे साल में एक बार नई वस्तुओ की खरीदी की जाती थी उसकी खुशी हमें पूरे साल रहती थी आईये इस नवरात्रों में हम माताजी की भक्ति से मातृत्व सुख का आनंद प्राप्त करें एवं आशीर्वाद प्राप्त करें और मां बहनों की सुरक्षा हेतु निरंतर नए-नए प्रयास करें