इंदौर। आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश का प्रकृति परीक्षण अभियान का शुभारंभ किया गया था, जिसके परिपालन में आज स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय में विभिन्न निजी चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण के माध्यम से बताया गया कि जिले के सभी आयुष चिकित्सक वॉलिंटियर के रूप में कार्य करते हुए जनसामान्य का प्रकृति परीक्षण करेंगे। सभी जनसामान्य एवं शासकीय अधिकारी कर्मचारी इस अभियान के माध्यम से अपनी प्रकृति जान सकेंगे। प्रशिक्षण में स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ ए पी एस चौहान एवं संभागीय आयुष अधिकारी डॉ. हंसा बारिया द्वारा अभियान के संबंध में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में जिला समन्वयक डॉ. लोकेश जोशी एवं एन आई.एम. ए. इन्दौर शाखा से डॉ. महेश गुप्ता, सेवानिवृत अधिकारी संघ से डॉ. आर.के. बाजपई, बिंदुकुमार जैन, आयुर्वेद सम्मेलन से डॉ. नीरज व्यास, डॉ. हनिफ खान, आर्युवेद परिषद् से डॉ. आर आर सोलंकी, श्री संजय अग्रवाल उपस्थित थे।
डॉ. चौहान ने बताया कि अपने मोबाइल के प्ले स्टोर पर जा कर Prakruti parikshan app नाम से app को डाउनलोड कर सामान्य जानकारी भर कर सब मिट करने पर एक QR कोड जनरेट होगा, जिसे आयुष विभाग के वॉलेंटियर को दिखा कर आप अपनी सामान्य प्रकृति जान सकेंगे। एक बार सारी औपचारिकता पूर्ण हो जाने पर आपके मोबाइल पर प्रकृति का e कार्ड भी प्राप्त होगा एवं शासन द्वारा आपको समय समय पर ऋतु परिवर्तन पर होने वाले बदलाव एवं आपके लिए विशेष ऋतु में कौन से आहार विहार लाभकारी है और कौन से नुकसान दायक इसकी जानकारी भी मेसेज के माध्यम से प्राप्त होगी। ऐप पूर्ण रूप से सुरक्षित है एवं भारत सरकार के आयुष विभाग द्वारा संचालित हैं।
“आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश का प्रकृति परीक्षण अभियान” : स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय में विभिन्न निजी चिकित्सकों को प्रशिक्षण
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