रिपोर्ट नलिन दीक्षित
आज भारत की पूरी राजनीतिक व्यवस्था धनबल और बाहुबल पर केंद्रित हो गई है। जिसमें जनता के हित के प्रमुख मुद्दे हाशिए पर होते जा रहे हैं। सभी राजनीतिक दलों की कार्यशैली भी आज एक समान हो गई है जो जनता में मुफ्तखोरी को बढ़ावा देकर उनके असली समस्याओं से घ्यान भटकाकर भ्रमित कर रही है।
इन्हीं सब विषयों को ध्यान में रखकर राष्ट्रवादी विचारधारा के कई लोगों ने मिलकर 10 सितंबर 2023 को भोपाल में जनहित पार्टी की स्थापना की। पार्टी ने स्थापना के बाद से ही जनता के हित के कई विषयों पर जनजागरण शुरू किया। जैसे बढ़ते नशे के कारोबार, शिक्षा और स्वास्थ्य का बढ़ता व्यापार, प्राकृतिक हरियाली का संरक्षण, बांग्लादेशी घुसपैठियों को नागरिकता देने और उन्हें देश से बाहर निकालने को लेकर जनता में जागरण आदि।
पार्टी का विस्तार तेजी से मप्र सहित देश के अन्य राज्यों में हो रहा है। इसी क्रम में पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन 8 और 9 मार्च को ग्वालियर मप्र में होने वाला है। जिसमें मप्र, उप्र, महाराष्ट्र, बिहार, बंगाल, झारखंड, असम आदि राज्यों से कार्यकर्ता स्वयं के खर्च से आने वाले हैं। अधिवेशन में पार्टी का विस्तार, राष्ट्रीय मुद्दों सहित कई विषयों पर चर्चा होगी। पूरे अधिवेशन का खर्च जनसहयोग से जुटाया जा रहा है।