मंत्री श्री सिलावट ने इंदौर में कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को सौंपा माँग पत्र
जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने इंदौर में कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना की स्वीकृति प्रदान करने के लिये मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को मांग पत्र सौंपा।
मंत्री श्री सिलावट ने कहा है कि मालवा निमाड़ मध्य प्रदेश में उन्नत कृषि का केंद्र है। यहाँ के किसान उन्नत खेती करते हैं और नवाचारों को अपनाने में अग्रणी रहते हैं।
ऐसे में कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना से समूचे मालवा निमाड़ क्षेत्र में उन्नत कृषि को एक नया आधार मिलेगा।
मंत्री श्री सिलावट ने आज महेश्वर में कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से इस संबंध में चर्चा की और माँग पत्र सौंपा।
मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि इंदौर में देश के मेट्रो शहरों की तर्ज पर तेजी से विकास हो रहा है।
इंदौर मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी के साथ-साथ शैक्षणिक राजधानी के रूप में भी जाना जाता है।
इंदौर मध्यभारत का शिक्षा के सबसे बड़े केन्द्र के रूप में उभर रहा है। इंदौर देश का एकमात्र ऐसा शहर है, जहां आईआईएम एवं आईआईटी दोनों संस्थान हैं।
इंदौर में कृषि कॉलेज एवं कृषि संबंधित विषयों के कई शैक्षणिक संस्थान है, जहां मध्यप्रदेश के मालवा-निमाड़ एवं आसपास के क्षेत्र के छात्र-छात्राएं कृषि क्षेत्र की तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने आते हैं।
इंदौर में संचालित कृषि महाविद्यालय वर्तमान में राजमाता कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के अंतर्गत आता है।
जिससे इंदौर एवं आसपास के क्षेत्र में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को शैक्षणिक कार्य हेतु अधिक दूरी तय कर ग्वालियर आवागमन करने एवं अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
उपरोक्त तथ्यों और छात्रहित को ध्यान में रखते हुए इंदौर में कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना की जाना अत्यंत आवश्यक है।
मंत्री श्री सिलावट ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव से इंदौर में कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना की स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया।

