इन्दौर, 23 अप्रैल 2025
कलेक्टर श्री आशीष सिंह एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री सिद्धार्थ जैन के निर्देशन में औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देने और किसानों की आय में वृद्धि हेतु मध्यप्रदेश औषधि पादप बोर्ड के तत्वावधान में आयुष विभाग इंदौर द्वारा देवारण्य योजना के अंतर्गत “एक जिला एक उत्पाद -अश्वगंधा” पहल के तहत अश्वगंधा खेती पर दो दिवसीय किसानों व स्व-सहायता समूहों का खंडस्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन विकासखंड हातोद ग्राम रंगवासा में किया गया।
कार्यशाला में 13 स्व-सहायता समूह और 37 किसानों को अश्वगंधा की वैज्ञानिक खेती, इसके औषधीय महत्व और होने वाले आर्थिक लाभों के बारे में प्रशिक्षित किया गया। जिला आयुष अधिकारी डॉ. हंसा बारिया, डॉ. डी.एस. चौहान, उप संचालक उद्यानिकी विभाग, श्री प्रवीण चौहान द्वारा अश्वगंधा के औषधीय महत्व के बारे में बताया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. बख्तियार अशर्फी आयुष विंग द्वारा किया गया।
श्री चौहान द्वारा औषधि पौधों की खेती हेतु शासन के द्वारा लाई गई विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। डॉ. कमलेश पाटिल निहालपुर मंडी, डॉ. जितेंद्र भालसे छोटा बांगडदा, डॉ. राकेश गुप्ता टिगरिया बादशाह, डॉ. महेश पोरवाल परदेशीपुरा, डॉ. अंकिता जैन खजराना, डॉ. ज्योति बडोले निरंजनपुर द्वारा अश्वगंधा खेती के लिए जमीन, बीज, दवाई, कटाई, अश्वगंधा के औषधीय उपयोग और किसानों को होने वाली आय के बारे में जानकारी दी गई। डाँ. हंसा बारिया तथा डॉ. राकेश गुप्ता द्वारा किसानों को आयुष विभाग से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी गई। आभार प्रदर्शन डॉ. गरिमा मंडलोई व डॉ. दीपाली गायकवाड रंगवासा द्वारा किया गया। राऊ क्षेत्र के किसान अंशुमन जोशी द्वारा खेती के अपने अनुभव साझा किए गए।