इंदौर 11 अप्रैल, 2025
इंदौर जिले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुसार जल गंगा संवर्धन अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस अभियान से बड़ी संख्या में लोग जुड़ने लग गये है। शहर हो या गांव सभी जगह जल स्त्रोंतो को पुनर्जीवित करने और जल बचाने हेतु श्रमदान के लिये बड़ी संख्या में लोग आगे आ रहे है। भविष्य के लिये जल और जीवन बचाने हेतु लोगों में इस अभियान के प्रति बड़ा उत्साह देखा जा रहा है।
इंदौर जिले में चलाए जा रहे इस अभियान के अंतर्गत बिसनावदा तथा बड़ी कलमेर में जल संवाद कार्यक्रम आयोजित किये गये। मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के बीएसडब्ल्यू एवं एमएसडब्ल्यू के विद्यार्थियों,नवांकुर संस्था,मेंटर,प्रस्फुटन समितियों के सदस्यों एवं ग्रामीणों द्वारा जल संरक्षण हेतु जल है तो कल है, जल है तो जीवन है के नारो के साथ जल यात्रा निकाली गई। जल संवाद कार्यक्रम किये गये। इसके पश्चात ग्राम के छोटे तालाब में श्रमदान कर पुराने जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने,जल को बचाने,पेड़-पौधों के संरक्षण एवं गांव-गांव में जन जागरूकता हेतु शपथ गई। विद्यार्थियों द्वारा जल संरक्षण से संबंधित नारों का दीवार लेखन कर अभियान का प्रचार-प्रसार भी किया गया । घर-घर जाकर जल के अपव्यय को रोकने हेतु समाज को प्रेरित किया गया। जल की हर एक बूंद को सहेजने एवं उसके संरक्षण हेतु संदेश दिया गया। जल संवाद एवं श्रमदान में मुख्य रूप से जिला पंचायत सदस्य श्री दिलीप पटेल,श्री कैलाश चौधरी, जन अभियान परिषद की जिला समन्वयक श्रीमती ऋतुजा पहाड़े,विकासखंड समन्वयक प्रवेश शर्मा,ग्राम पंचायत सचिव अनिल गुर्जर,प्रस्फुटन समिति के अध्यक्ष डॉ.दिनेश चौधरी, सचिव सुनील चौधरी,धीरज सिंह झाला,नवांकुर संस्था से दिनेश केलवा, राजेश तंवर, हेमेंद्र शर्मा श्रीमती मीनाक्षी मिश्रा,वीरेंद्र तिवारी, शिव फुलपगारे, चिंतामन परिहार, सचिन पयासी एवं अन्य समिति सदस्य एवं ग्रामीण जन उपस्थित रहे।
जल गंगा संवर्धन अभियान
जल स्त्रोंतो को पुनर्जीवित करने और जल बचाने हेतु श्रमदान के लिये बड़ी संख्या में लोग आ रहे है आगे

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