प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरुण शमी ने इंदौर संभाग में महिलाओं एवं बच्चों के कल्याण के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा
इंदौर,
प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरुण शमी ने महिला एवं बाल विकास विकास विभाग द्वारा इंदौर संभाग में महिलाओं एवं बच्चों के कल्याण के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की वीडियों कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षा की।

बैठक में आयुक्त महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती सूफिया फारूकी वली भी विशेष रूप से मौजूद थीं। इंदौर संभाग से संभागायुक्त श्री दीपक सिंह, संभाग के इंदौर जिले सहित सभी जिलों धार, बड़वानी, आलीराजपुर, झाबुआ, खरगोन, खण्डवा और बुरहानपुर के कलेक्टर, महिला एवं बाल विकास विभाग की संभागीय संयुक्त संचालक अधिकारी श्रीमती संध्या व्यास, जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में प्रमुख सचिव ने मुख्यमंत्री बाल आरोग्य संवर्धन कार्यक्रम, अनुमानित हितग्राही संख्या के विरूद्ध हितग्राहियों की स्थिति, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत विभिन्न प्रकरणों की स्थिति सहित 10 बिन्दुओं पर अधिकारियों से चर्चा कर समीक्षा की।
बैठक में प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरुण शमी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे संभाग के सभी जिलों में चल रही आंगनवाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण करें। आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों की ठीक से देखभाल हो रही है या नहीं इसकी जाँच करें। वहां पर पर्याप्त सुविधाएं है कि नहीं इसकी जांच करें।
छोटे बच्चों को नाश्ता एवं गर्म पका भोजन मिल रहा है या नहीं इसकी मॉनिटरिंग करें। सभी आंगनवाड़ी केन्द्र माह में 25 दिन खुली रहे, इस बात का विशेष ध्यान रखे। कम पोषण आहार की वजह से बच्चों की शारीरिक विकास ही नहीं अपितु उनका शैक्षिक स्तर भी गिरता है।
जन्म से 5 वर्ष के बच्चों में ठिंगनापन, कम वजन एवं दुबलापन की स्थिति ठीक नहीं है, ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जाए और उनका शत प्रतिशत सत्यापन किया जाए। अधिकारियों को चाहिए कि वे जन्म से 5 वर्ष तक के बच्चों का वजन और उनकी लम्बाई का सही तकनीक से माप करें।
ऐसे चिन्हित बच्चों को सपोर्टिव सुपरविजन एप्लीकेशन के माध्यम से आवश्यक सुधार का कार्य पूर्ण किया जाए। मुख्यमंत्री बाल आरोग्य संवर्धन कार्यक्रम के अंतर्गत जिन बच्चों का पोषण स्तर सामान्य से कम है, ऐसे बच्चों का पर्यवेक्षक द्वारा सत्यापन कर एप्लीकेशन मोड्यूल में जानकारी अपडेट करें। स्व सहायता समूह को समय पर भुगतान किया जाए।
सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में स्वच्छ पेयजल, विद्युत कनेक्शन, क्रियाशील शौचालय की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना एवं सीएम हेल्पलाइन के अंतर्गत विभिन्न स्तरों पर लंबित प्रकरणों का निर्धारित समय में निपटान किया जाए।
बैठक में प्रमुख सचिव श्रीमती शमी ने कहा कि संभाग के सभी गर्भवती महिलाएं और धात्री माताओं का शत प्रतिशत पंजीयन किया जाए।
उन्होंने महिला एवं बाल विकास की विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन करने में धार जिले के प्रदर्शन की सराहना की।