रिपोर्ट नलिन दीक्षित
भगोरिया मेले में पारंपरिक वाद्य यंत्रों (मांदल, बांसुरी आदि) के साथ नृत्य और गायन होते हैं। लोग रंग-बिरंगे परिधान पहनकर भाग लेते हैं और गुलाल लगाकर एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं। मेले में खानपान, आभूषण और घरेलू सामानों की दुकानें भी लगती हैं।
भगोरिया मध्य प्रदेश के झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन आदि जिलों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह होली से एक सप्ताह पहले विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग दिनों में आयोजित किया जाता है।
यह त्योहार न केवल आदिवासी समाज की अनूठी परंपराओं को दर्शाता है।बल्कि उनकी संस्कृति, प्रेम औ सामूहिक एकता काo प्रतीक भी है।
अलीराजपुर जिला में
भगोरिया मेला
– 07 मार्च से 13 मार्च 2025
07 मार्च (शुक्रवार)
वालपुर, कठ्ठीवाड़ा, उदयगढ़ कदवाल, सेजावाडा, वडी
08 मार्च (शनिवार)
नानपुर, उमराली, कदवाल, बलेड़ी
09 मार्च (रविवार)
छकतला, कुलवट, सोरवा, आमखुट, झिरन, कनवाड़ा, अजन्दा
10 मार्च (सोमवार)
अलीराजपुर, आजाद नगर, बड़ागुड़ा, कुंड़वाट
11 मार्च (मंगलवार)
बखतगढ़, आम्बुआ, अंधरवाड़ा, अम्बाडबेरी
12 मार्च (बुधवार)
बरझर, चांदपुर, खट्टाली, बोरी, मथवाड़
13 मार्च (गुरुवार)
फुलमाल, सोंडवा, जोबट