इंदौर । भारत सरकार टेरर फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ पूरी मजबूती के साथ कार्य कर रही है – केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री श्री चौधरी
राज्यपाल श्री पटेल एवं केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री श्री चौधरी ने ईएजी प्लेनरी देशों की बैठक के उद्घाटन सत्र का किया शुभारम्भ
ईएजी ग्रुप देशों की बैठक मनी लॉन्ड्रिंग एवं आतंकवाद को फंडिंग रोकने में मील का पत्थर सिद्ध होगी। सभी बड़े देशों को एकजुट होकर मनी लांड्रिंग ओर टेरर फंडिंग को रोकने के लिए एकजुट होकर बड़े कदम उठाने की आवश्यकता है। विश्व में आतंकवाद के पोषण पर नियंत्रण के लिए सभी ईएजी ग्रुप सदस्यों देशों का एकजुट होना बड़ा कदम है। भारत में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मनी लॉन्ड्रिंग और टेलर फंडिंग को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं।
यह बात आज 41वीं ईएजी प्लेनरी देशों की बैठक के उद्घाटन सत्र में माननीय राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कही। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि भारत में डिमॉनेटाइजेशन, डिजिटलाइजेशन के माध्यम से पारदर्शी वित्तीय व्यवस्था के लिए विशेष प्रयास हुए। उन्होंने कहा आधुनिक तकनीक के उपयोग से अवैध वित्तीय गतिविधियों को रोकने के लिए विशेष प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। इसके लिए ईएजी ग्रुप देश को मजबूत कूटनीतिक और सशक्त प्रयास करने की आवश्यकता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति के लिए ईएजी ग्रुप देशों के प्रयास प्रभावी परिणाम कारक सिद्ध होंगे।
कार्यक्रम को केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री श्री पंकज चौधरी ने संबोधित करते हुए कहा धन शोधन और आतंकवाद को वित्त पोषण की रोकथाम के लिए यूरेशियन देशो का ग्रुप महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा भारत सरकार टेरर फंडिंग के खिलाफ पूरी मजबूती के साथ कार्य कर रही है। भारत में काला धन अधिनियम, आर्थिक अपराध को रोकने के लिए विशेष प्रयास किए गए है और लगातार जारी हैं। भारत में साफ और पारदर्शी वित्तीय प्रणाली के लिए जीएसटी, डिजिटल इंडिया के तहत विशेष प्रयास किए गए हैं। यूपीआई डिजिटल लेनदेन को विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा हैं। भारत में परिवर्तन निदेशालय लगातार सशक्त हो रहा है। भारत की सभी एजेंसियां द्वारा मिलकर आतंकवाद और उग्रवाद को धन पोषित करने वालों, मनी लांड्रिंग पर प्रभावी और कड़ी कार्रवाई हो रही हैं। भारत के इन प्रयासों को और सशक्त बनने में ईएजी ग्रुप की बैठक महत्वपूर्ण सिद्ध होगी।
बैठक को मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री से तुलसीराम सिलावट ने सम्बोधित करते हुए कहा की लोक माता अहिल्याबाई होल्कर की नगरी में ईएजी ग्रुप की बैठक गर्व का विषय हैं। उन्होंने कहा मनी लॉन्ड्रिंग सीधे तौर पर किसी देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है, लेकिन जब यह आतंकवाद को पोषित करती है, तब विश्व की शांति और सद्भाव के समक्ष गंभीर चुनौतियों को जन्म देती है। आतंकवाद को मिलने वाली वित्तीय मदद समस्त विश्व के लिए सर दर्द बनी हुई है इससे निपटने के लिए विश्व के बड़े देशों को एकजुट होना होगा। आज का यह आयोजन वैश्विक अखंडता और मानवता के हित की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने कहा नक्सलवाद और ड्रग्स का व्यापार भी मनी लॉन्ड्रिंग से बढ़ रहे हैं। इससे निपटना हमारे लिए बड़ी चुनौती हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने मनी लॉन्ड्रिंग, टैक्स चोरी, भ्रष्टाचार से निपटने के लिये अनेक प्रभावित कदम उठाएं हैं। भारत में आधार पहचान प्रणाली, बैंक खातों का आधार से लिंक होना, डिजिटल इंडिया, कैशलेस इंडिया जैसे अभियानों से रूपए के लेनदेन में पारदर्शिता बड़ी है। केंद्र और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं की राशि सीधे हितग्राहियों के बैंक खाते में भेजी जा रही है, जो एक पारदर्शी प्रशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास हैं। इन प्रयासो से करप्शन पर नकेल कसी है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए ईएजी ग्रुप अध्यक्ष श्री यूरी चिकानचिन ने कहा ईएजी ग्रुपों में भारत के प्रयास सार्थक, प्रभावी और प्रशंसनीय हैं। ग्रुप देशों ने विभिन्न सत्रो में बैठक के दौरान टेरर फंडिंग रोकथाम प्रयासों, मनी लांड्रिंग रोकने के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णयों पर चर्चा की गई हैं। उन्होंने कहा भविष्य की चुनौतियों और उनकी रोकथाम के लिए भी चर्चा की गई है। यूरेशियन सहित अफ्रीकी देशों सहित विश्व के अन्य क्षेत्रों में आतंकवाद को फंडिंग एक गंभीर चुनौतियों हैं, इस पर भी चर्चा हुई है। ईएजी ग्रुप की बैठक में तकनीकी और प्रौद्योगिकी के बेहतर उपयोग के संबंध में चर्चा हुई हैं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के प्रयास प्रशसनीय हैं।
कार्यक्रम में भारत सरकार के वित्त सचिव श्री संजय मल्होत्रा ने आतंकवाद को वित्त पोषण, मनी लांड्रीग रोकथाम, पारदर्शी अर्थव्यवस्था के लिए उठाए गए कदमों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा यूरिशियन क्षेत्र में टेरर फंडिंग मनी लांड्रिंग सहित नई चुनौतियां और उस पर नियंत्रण के लिए ईएजी ग्रुप की महत्वपूर्ण भूमिका हैं। उन्होंने कहा यह हमारे लिए गर्व की बात है कि ईएजी ग्रुप के जो भी देश शामिल है कोई भी ग्रे सूची में नहीं है। उन्होंने कहा ग्रुप देशों के बीच बेहतर समन्वय के लिए विशेष प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। भारत को ईएजी ग्रुप देश की बैठक की मेजबानी का अवसर मिला। यह भारत के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा वर्तमान समय में टेक्नोलॉजी और एआई का उपयोग सुरक्षा के बेहतर उपायो के लिए किया जाए इसकी आवश्यकता हैं। उन्होंने कहा मनी लांड्रिंग के साथ-साथ फाइनेंशियल फ्रॉड प्रभावित लोगों को असेट्स रिकवरी के लिए भी बेहतर कार्य करने की आवश्यकता है। भारत द्वारा इस क्षेत्र में भी प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव ने ईएजी अध्यक्ष श्री यूरी चिकानचिन को इंदौर में यूरेशियन गार्डन का प्रमाण पत्र भेंट किया।
उद्घाटन सत्र का शुभारंभ राज्यपाल श्री पटेल, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री श्री चौधरी ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
बैठक में केंद्रीय वित्त अतिरिक्त सचिव श्री विवेक अग्रवाल ने कार्यक्रम के संबंध में विस्तृत जानकारी थी। कार्यक्रम में अतिथिगण के साथ मंचासीन संभागायुक्त श्री दीपक सिंह, कलेक्टर श्री आशीष सिंह भी थे। कार्यक्रम में ईएजी प्लेनरी देशों के डेलिगेट्स एवं प्रतिनिधि गण उपस्थित थे।