रिपोर्ट नलिन दीक्षित
आदतन अपराधियों पर अंकुश लगाने हेतु पुलिस अधीक्षक देवास पुनीत गहलोद द्वारा प्रारंभ किया गया “ऑपरेशन पवित्र”
आपराधिक इतिहास वाले बदमाशों को बीएनएसएस प्रावधानों के तहत किया जाएगा बड़ी धनराशि से बॉण्ड ओवर , बॉण्ड अवधि में दोबारा अपराध घटित करने पर भरना होगी बड़ी धनराशि अथवा जाना होगा जेल
थाना कोतवाली द्वारा अनावेदक मुन्नवर पिता हनीफ़ निवासी सुतार बाख़ल को करवाया 1 लाख की राशि से 1 वर्ष हेतु बॉण्ड ओवर
नवागत पुलिस अधीक्षक देवास श्री पुनीत गेहलोद द्वारा ज़िले में 360-पुलिसिंग के अंतर्गत “ऑपरेशन पवित्र” की शुरुआत की गई है , जिसके तहत आसामाजिक तत्वों एवं आदतन अपराधियों को शांति कायम रखने हेतु अधिक से अधिक राशि से सीआरपीसी/बीएनएसएस के प्रावधानों के तहत बाउंड ओवर किया जा रहा है एवं बाउंड ओवर अवधि में पुनः शांति भंग करने पर धारा 122 सीआरपीसी/ 141 बीएनएसएस के तहत प्रभावी कार्रवाई करते हुए आदतन बदमाशों से बॉण्ड राशि भरवाई जा रही है अथवा राशि ना भरने पर उन्हें जेल भेजा जा रहा है ।
इसी तारतम्य में थाना कोतवाली पुलिस द्वारा सुतार बाख़ल देवास निवासी मुन्नवर पिता हनीफ़ उम्र 24 वर्ष को उसके आपराधिक इतिहास के चलते धारा 129 बीएनएसएस के तहत कार्यपालिक मजिस्ट्रेट न्यायालय से 1 वर्ष की अवधि हेतु 1 लाख की राशि से फाइनल बॉण्ड ओवर करवाया गया है ।
कोतवाली थाना प्रभारी अजय सिंह गुर्जर द्वारा बताया गया कि अनावेदक द्वारा आए दिन आमजन के साथ मारपीट कर लड़ाई झगड़ा कर अशांति फैलाई जा रही थी जिसके चलते अनावेदक के विरूद्ध प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर धारा 129 BNSS के तहत 01 लाख रू की राशि से फाइनल बॉण्ड ओवर आदेश एसडीएम न्यायालय से प्राप्त किया गया है ।
पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद ने बताया कि “ऑपरेशन पवित्र” का उद्देश्य जिले में जन सामान्य को आदतन अपराधियों से भय मुक्त रखना है। इसके तहत आपराधिक इतिहास वाले ऐसे बदमाशों को चिन्हित कर शांति क़ायम रखने हेतु बॉण्ड भरवाया जा रहा है जिनके चलते आम जन में भय बना रहता है और जिनके विरुद्ध जनता शिकायत करने से भी परहेज़ करती है । उक्त बदमाशों को चिन्हित कर फाइनल बॉण्ड ओवर करवाते हुवे सीधे राह चलने की सख़्त हिदायत दी जाती है एवं बॉण्ड की शर्तों का उल्लंघन करने पर त्वरित कार्यवाही करते हुवे उनसे बॉण्ड की बड़ी धनराशि वसूली जाती है या उन्हें जेल भेजा दिया जाता है ।
पुलिस कप्तान के अनुसार “ऑपरेशन पवित्र” के चलते जहां एक तरफ़ आदतन अपराधियों द्वारा घटित अपराधों की संख्या लगातार घटेगी वहीं दूसरी तरफ़ ज़िले में कुल अपराधों में भी कमी आयेगी और ज़िले में शांति व्यवस्था स्थापित होकर आम जनता को आदतन बदमाशों के भय से मुक्ति मिलेगी।