डेमू रेक के डीपीसी में आग लगने के बाद बुझा दी गई, कोई जनहानि नहीं हुई
रिपोर्ट नलिन दीक्षित
रतलाम।
रविवार को डा. आंबेडकर नगर (महू) से रतलाम आ रही डेमू ट्रेन के इंजन में रुनिजा से प्रीतमनगर स्टेशन के बीच आग लग गई। इंजन से धुंआ उठता देख चालक ने ट्रेन रोक दी और इंजन में रखे अग्निशमन यंत्र से आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद रेलवे ट्रेक के किनारे खेतों में मौजूद किसानों, ग्रामीणों ने खेत में सिंचाई के लिए लगाए मोटरपंप, पाइप से पानी डालकर आग बुझाई। आग लगने की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।
ट्रेन के रविवार शाम करीब 5:07 बजे रुनिजा स्टेशन से रवाना होने के बाद उसके आगे के हिस्से में आग लगने के बाद धुंआ उठने लगा था। इससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई और ट्रेन रूकने पर कुछ यात्री सामान लेकर कोच से बाहर निकलकर खेतों में चले गए।
ट्रेन में जिस स्थान पर आग लगी वहां फायरब्रिगेड के आने के लिए रास्ता नहीं था। रेलवे ट्रैक किनारे खेतों में रबी की फसल के लिए सिंचाई कर रहे किसानों के पास पर्याप्त साधन होने से किसानों, ग्रामीणों ने इंजन तक पाइप लाकर पानी डालना शुरू किया। इससे आग पर काबू पाया जा सका। सूरज मेहता न्यूज चैनल को मिली जानकारी अनुसार घटना की सूचना पर रेलवे कंट्रोल से हूटर बजते ही राहत ट्रेन मौके के लिए रवाना हो गई। करीब 40 मिनट तक ट्रेन रास्ते में ही खड़ी रही। आग बुझाने के बाद रेक में अल्टरनेट इंजन से ट्रेन रतलाम की ओर रवाना हुई, लेकिन मुख्यालय से मिले निर्देश पर कुछ दूरी पर फिर से ट्रेन रोक दी गई। डीआरएम रजनीश कुमार सहित अन्य अधिकारियों के साथ तकनीकी टीम के आने व जांच करने के बाद शाम करीब 7:30 बजे ट्रेन को रतलाम से आए वैकल्पिक इंजन से रतलाम के लिए रवाना किया गया।
डेमू का रेक पुराना होने से हाट एक्सेल, कोच व इंजन में आग लगने की घटनाएं होती रहती हैं। 23 अप्रैल 2023 को रतलाम से इंदौर जा रही डेमू ट्रेन के जनरेटर कोच में प्रीतमनगर स्टेशन पर आग लग गई थी। आग में ट्रेन के दो कोच भी जलकर खाक हो गए थे। धुंआ उठता देख इन कोचों के यात्री पहले ही बाहर निकल गए थे, जिससे जनहानि टल गई।
डेमू रेक के पुराना होने से हो रही परेशानियों के चलते रतलाम से भीलवाड़ा के बीच मेमू रेक से ट्रेन संचालन की तैयारी की गई है। 28 अक्टूबर से ही मेमू रेक चलाया जाना था, लेकिन आदेश जारी करने के बाद वापस ले लिया गया। नवंबर के पहले सप्ताह में मेमू रेक शुरू किया जा सकता है। इससे यात्रियों को सफर में आसानी होगी।