Reading:कलेक्टर आशीष सिंह ने भ्रमण कर अनंत चतुर्दशी चल समारोह की व्यवस्थाओं का लिया जायजारिपोर्ट नलिन दीक्षितइंदौर ।इंदौर में परंपरागत रूप से निकलने वाला अनंत चतुर्दशी चल समारोह इस बार 17 सितंबर को आयोजित होगा। चल समारोह के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं का आज यहां कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने पुलिस तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ भ्रमण कर जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी तैयारियां निर्धारित समय से पूर्व पूरी कर ली जाये।इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री मनोज श्रीवास्तव, स्मार्ट सिटी सीईओ श्री दिव्यांक सिंह, ट्रॉफिक डीसीपी श्री अरविंद तिवारी सहित पुलिस, नगर निगम, पीडब्ल्युडी, विद्युत मंडल आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने अधिकारियों के दल के साथ बस में बैठकर अपने भ्रमण की शुरूआत डीआरपी लाइन से की। वे चिमनबाग, जेल रोड़, कृष्णपुरा छत्री, नंदलालपुरा, जवाहर मार्ग होते हुए बम्बई बाजार पहुंचे। यहां से उन्होंने पैदल भ्रमण किया। अपने भ्रमण के दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि जर्जर भवनों को चिन्हित करें। आवश्यकता के अनुसार उन्हें हटाये। खतरनाक भवनों पर सूचना पटल लगाये। बिजली के ट्रांसफार्मर/डीपी के आसपास बैरिकेंटिंग करें। सड़कों की मरम्मत की जाये। पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था रखें। जहां भी बिजली आदि के तार नीचे है उन्हें ऊंचे किए जाये।
कलेक्टर आशीष सिंह ने भ्रमण कर अनंत चतुर्दशी चल समारोह की व्यवस्थाओं का लिया जायजारिपोर्ट नलिन दीक्षितइंदौर ।इंदौर में परंपरागत रूप से निकलने वाला अनंत चतुर्दशी चल समारोह इस बार 17 सितंबर को आयोजित होगा। चल समारोह के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं का आज यहां कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने पुलिस तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ भ्रमण कर जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी तैयारियां निर्धारित समय से पूर्व पूरी कर ली जाये।इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री मनोज श्रीवास्तव, स्मार्ट सिटी सीईओ श्री दिव्यांक सिंह, ट्रॉफिक डीसीपी श्री अरविंद तिवारी सहित पुलिस, नगर निगम, पीडब्ल्युडी, विद्युत मंडल आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने अधिकारियों के दल के साथ बस में बैठकर अपने भ्रमण की शुरूआत डीआरपी लाइन से की। वे चिमनबाग, जेल रोड़, कृष्णपुरा छत्री, नंदलालपुरा, जवाहर मार्ग होते हुए बम्बई बाजार पहुंचे। यहां से उन्होंने पैदल भ्रमण किया। अपने भ्रमण के दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि जर्जर भवनों को चिन्हित करें। आवश्यकता के अनुसार उन्हें हटाये। खतरनाक भवनों पर सूचना पटल लगाये। बिजली के ट्रांसफार्मर/डीपी के आसपास बैरिकेंटिंग करें। सड़कों की मरम्मत की जाये। पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था रखें। जहां भी बिजली आदि के तार नीचे है उन्हें ऊंचे किए जाये।