“भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कस्टम एंड एक्साइज के इन्वेस्टिगेशन इंफ़ोर्समेंट टीम के सबूतों के आधार पर एफ़आइआर दर्ज की जायें”
इंदौर में सरकारी ख़ज़ाने को जमकर लूटा गया।आपदा को अवसर बनाकर इंदौर को लूटने वालों ने नोच नोच कर खाया है।
ऐसा एक भी काम नहीं किया गया जिसमें आपदा को अवसर बनाकर करोड़ों का भ्रष्टाचार न किया गया हो।
म.प्र.कांग्रेस कमेटी महासचिव राकेश सिंह यादव ने इंदौर में शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार की एक एक कड़ी को उजागर करते हुए शिवराज सरकारी पर तंज कसते हुए कहा हैं की इंदौर में लगभग तीन वर्ष तक डाकू राजा ददुआ एंव डाकू रानी फूलन देवी का जमकर आतंक रहा हैं।
सरकारी ख़ज़ाने को जमकर लूटने के साथ ही इंदौर के नागरिकों को भी जमकर निशाना बनाकर लूटा गया।
इंदौर में कोविड काल भ्रष्टाचार करने में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का खुला संरक्षण था।
कांग्रेस महासचिव राकेश सिंह यादव ने राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर में हुए भ्रष्टाचार का खुलासा करते हुए बताया की राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर 45 एकड़ में बनाया गया था।
इसके लिए इंदौर के अनेक व्यापारियों से सहयोग राशि वसूल की गई थी।
करोड़ों की सहयोग राशि वसूलने के बाद भी सरकारी ख़ज़ाने से राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर में लगभग दूसरी और तीसरी कोविड लहर में क्रमशः 6 करोड़ 75 लाख एंव 5 करोड़ 90 लाख का भुगतान कोविड फंड के नाम लूट लिया गया।
जबकि दूसरी और तीसरी लहर में एक समान व्यवस्था थी।
राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर का शेड स्थायी रूप से बना हुआ हैं।
कमलनाथ सरकार गिरने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में लाइजिनिंग अधिकारियों की फ़ौज इंदौर को लूटने के लिए तैनात की थी।
इस योजना में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सफल भी हुए।
राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर में ढाई करोड़ की लागत से दो ऑक्सीजन प्लांट लगाने का दावा किया गया।
लेकिन एक भी ऑक्सीजन प्लांट प्लांट शुरू न हो सका।
ऑक्सीजन प्लांट का ठेका बिना टेंडर ही मनमाने रेट से दक्षिण की कंपनी को दे दिया गया था।
देश में मात्र 50 से 75 लाख में राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर मे निर्धारित ऑक्सीजन क्षमता वाले प्लांट के लिए ढाई करोड़ का घोटाला किया गया।
ऑक्सीजन प्लांट बनाने के लिए इंदौर में दानदाताओं में मोयरा सरिया के विमल टोडी, पवन सिंघानिया, क्रेडाई के लीलाधर माहेश्वरी, गोपाल गोयल, नरेडको के विवेक दम्मानी, अग्रवाल समाज के अरविंद बागड़ी, महावीर बिदासरिया, नीलेश अग्रवाल आदि से 1.15 करोड़ की राशि एकत्रित करने के बाद भी ऑक्सीजन प्लांट राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर में नहीं लगाया गया।
बाद में लीपा पोती करके एक कम क्षमता वाला प्लांट पीसी सेठी अस्पताल में लगा लेकिन दूसरा ऑक्सीजन प्लांट लापता हो गया।यहॉं भी आपदा में अवसर बनाकर एक करोड़ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाये गये।
इंदौर नगर निगम ने 50 करोड़ से ज़्यादा का बजट कोरोना के लिए खर्च करने का दिखाकर सारा बजट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया गया हैं ।
आपदा को अवसर बनाकर शिवराज सरकार के अधिकारियों ने लाशों पर जमकर भ्रष्टाचार की रोटियाँ सेंकी हैं।करोना की दूसरी लहर से तीसरी लहर तक राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर अधिकारियों के लिए लाभ का उघोग बन गया हैं।
कांग्रेस महासचिव राकेश सिंह यादव ने बताया की चौंकाने वाला खुलासा यह हैं की जब आम जनता से करोड़ों रूपये कोविड के नाम पर चंदा लूटा गया तब शिवराज सरकार से ज़िम्मेदार अधिकारी ने राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर की 4.50 करोड़ की फाइल पास कराकर पेमेंट क्यों निकाला गया।इससे स्पष्ट हैं की जमकर भ्रष्टाचार किया गया हैं।डॉं पूर्णिमा गरड़िया ने भ्रष्ट अधिकारियों की पोल कोविड में ही खोल दी थी।
जनता द्वारा दान में दी गई राशि को सीधे ही लूट लिया गया था।
आपदा को अवसर बनाकर अमानवीय कृत्य किया गया था।
राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर सिर्फ सरकारी ख़ज़ाने को लूटने का तमाशा बनकर रह गया था।भ्रष्ट अधिकारियों ने ऑक्सीजन प्लांट को लगने ही नहीं दिया।सिर्फ़ सामान्य मरीज़ों को कोविड सेंटर में रोककर झुठी वाह वाही लूटी गई।
कांग्रेस महासचिव राकेश सिंह यादव ने बताया की दूसरी लहर के बाद राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर का सारा सामान संभालने का दावा किया गया।
लेकिन तीसरी लहर में बिना वजह ही राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर को ओपन करके करोड़ों के भ्रष्टाचार का बड़ा खेल किया गया था।अनेक चलते फिरते लोगों को बिना वजह भर्ती करना दिखाया गया।
इसके पश्चात तीसरी लहर समाप्त होने के बाद भ्रष्ट अधिकारियों ने राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर का सारा सामान चोरी से बेचकर बहुत बड़ा भ्रष्टाचार किया हैं।
दान दाताओं का सामान भी अधिकारियों ने चोरी से बेचकर 12 फ़रवरी 2022 के बाद करोड़ों की राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई।
राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर में सरकारी अधिकारियों के भ्रष्टाचार की सूचीः-
राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर से लापता सामान की सूची-
(1) कोविड सेंटर के लिए दान दाताओं की राशि 1.15 करोड़ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ दी गई।
(2) कोविड सेंटर के नाम से स्वास्थ्य विभाग से 4.5 करोड़ निकाल लिए गये।सरकारी ख़ज़ाने को लूटा गया।
(3) दान दाताओं द्वारा 100 से ज़्यादा आक्सीजन कंस्ट्रेटर चोरी से बेच दिये कर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गये।
(4) 600 से 1200 पलंग लापता हैं।
(5) 1000 गद्दे,चादर ,पिलो ,बेलंकेट लापता हैं।
(6) लाखों रूपयों के समस्त मेडिकल एक्युमेंट लापता हैं।
(7) राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर के नाम पर लगने वाला एक आक्सीजन प्लांट लापता हैं।
(8)इंदौर नगर निगम में ट्रैफ़िक बजट के नाम पर स्वीकृत 100 करोड़ रूपये कोविड व्यवस्था के नाम पर भ्रष्टाचारी अधिकारियों ने लूट लिये।सारा बजट कोविड के नाम पर हड़प गये जबकि अधिकतर समय लॉक डाउन चल रहा था।निगम में प्रशासक काल था।
(9) कोविड सेंटर में ऐसा सामान ख़रीदना दिखाया गया जिसका उपयोग ही कोविड में नहीं होना था।इनके फ़र्ज़ी बिल लगाकर करोड़ों का भ्रष्टाचार सरकारी अधिकारियों ने किया है।जैसे डिफ्रीब्रिलेटर का रेट 1,85,000 /-था,इसे 3,00,000 /-में ख़रीदा गया।आइव स्टैंड 895/-का था,इसे 3496/- में ख़रीदा गया।यूरीन पॉट एंव सीरिंज इनफ्यूजन पंप बिना वजह ख़रीदे गये,इनकी आवश्यकता नहीं थी।
(10) इंदौर में लॉकडाउन में गुटके और सिगरेट का 7000 करोड़ का भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी
एंव व्यापारी के खिलाफ कस्टम एंड एक्साइज के इन्वेस्टिगेशन इंफ़ोर्समेंट टीम के सबूतों के आधार पर एफ़आइआर दर्ज की जायें।
कांग्रेस महासचिव राकेश सिंह यादव ने सबूतों सहित मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सबूतों सहित शिकायत करके राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर में करोड़ों के घोटाले और भ्रष्टाचार की जॉंच की मॉंग की हैं।
इंदौर की जनता को मुख्यमंत्री से निष्पक्ष कार्यवाही की उम्मीद हैं।
भ्रष्टाचार के ज़िम्मेदार अधिकारियों पर एफ़आइआर दर्ज करके जॉंच होना चाहिए।
पावर डेलिकेट के नाम पर भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने की कोशिश नहीं होना चाहिए।
आवश्यकता नहीं थी।
(10) इंदौर में लॉकडाउन में गुटके और सिगरेट का 7000 करोड़ का भ्रष्टाचार कराने वाले अधिकारी
के खिलाफ कस्टम एंड एक्साइज के इन्वेस्टिगेशन इंफ़ोर्समेंट टीम के सबूतों के आधार पर एफ़आइआर दर्ज की जायें।
(11) स्वास्थ्य अधिकारी पूर्णिमा गरड़िया के आरोपों की पुनः समीक्षा करके विस्तृत जॉंच होना चाहिए।
कांग्रेस महासचिव राकेश सिंह यादव ने सबूतों सहित मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सबूतों सहित शिकायत करके राधा स्वामी सत्संग कोविड सेंटर में करोड़ों के घोटाले और भ्रष्टाचार की जॉंच की मॉंग की हैं।
इंदौर की जनता को मुख्यमंत्री से निष्पक्ष कार्यवाही की उम्मीद हैं।
भ्रष्टाचार के ज़िम्मेदार अधिकारियों पर एफ़आइआर दर्ज करके जॉंच होना चाहिए।
पावर डेलिकेट के नाम पर भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने की कोशिश नहीं होना चाहिए।