वर्तमान युग आधुनिकता का चोला ओढ़ कर कब माता के आँचल को और बेटियों के दुपत्ते को कम कर देगा पता ही नहीं चल रहा,, क्या फैसन के नाम पर बेटियां बेटों को पीछे छोड़ रही, कपडे कम हों रहे, अगर कोई टोक करें तो नारी की स्वतंत्रता मे पुरुष समाज को चुप होना पढ़ रहा,, चिंता का विषय है, अपने उद्बोधन मे कहा श्री मति सरिता सहयोगी हिन्दू सनातन सेवा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष इंदौर द्वारा बताया गया है की कुछ इंदौर की चिन्हित जगह पर जब हम सडक पर निकल कर परिवार के साथ जाते है तो, आधुनिकता की आंधी मे अंधी हों रही नौ जवान बच्चियां , लड़को के साथ साथ, जब सिगरेट, शराब, और गोगो गांजा, पीती हुई आधे कपडे मे नशे की हालत मे जब सामने आती है तो शरीर शून्य हों जाता है , विजयनगर, मेघदूत, कुछ होटल, और कुछ ऐसी जगह और है 56 दुकान, जो नाइट कल्चर का अश्लील रिवाज़ देखने को मिलता है जो इंदौर की संस्कृति, नहीं है
भी देखा देखी, हों रही, जो चिंता और चिंतन का विषय है, अपने माता पिता कैसे पड़ने भेजते है, और वो महज यहां विकारो औरसामाजिक विकृति के नये अभिशाप के बीज बो रही है, मेरा मानना है, की जब हम हमारी बेटी फैसन के नाम से कपडे कम करने लग जाय तो समझो, कही ना कही मोबाइल युग ने इसके दिमागो को धोना चालू कर दिया है, हमें सजग होकर पहल करके, हिन्दू संस्कार को बनाने मे कदम उठाना पड़ेगा, इसमें पुरुषो को बिच मे लाने की आवश्कता नहीं, सिर्फ ये मुहीम महिलाओ की होंगी, जो समाज महिलाओ को देवी का दर्जा देता है क्या हम सिर्फ पुरुष समाज को दोष दे सकते है, अगर हम हमारी जगह सही है तो क्या कोई हमें गलत नजरों से देख़ सकेगा,,नहीं,,क्यों की माहौल ही अवसर बनाता है महिलाओ को चारा बनाने मे, मेरा उन हाई प्रोफाइल परिवारों से निवेदन है की आपका बिगड़ा हुआ संस्कार विहीन सामाजिक कचरा, जिसे हम बोल सकते है जो अर्द्ध नग्न जवान लड़कियों को फैसन के नाम से अपने साथ टहलाने लाते है, उनकी देखा देखी सामान्य परिवार की बचिया भी कर रही है, मेरे कड़े शब्द किसी को चुभ सकते हैआप सार्वजनिक और सामजिक परिवेश मे अश्लीलता नहीं परोस सकते आप आपकी चार दीवारी मे कैसे भी रहे हमें इसकी आपत्ति नहीं है परन्तु सनातन संस्कारो पर जब जब आँच आएगी, भारतीय नारी अपना कदम जरूर उठाएगी और इंदौर मे एक मुहीम के साथ ये बंद करवाना लक्ष बनाने मे दिशा तय की जाएगी जिसने शासन प्रसासन को भी अपनी प्रतिब्धता जवाब देहि तय करवायेगे |
हिन्दू सनातन संस्कार से भठक रही आज की नौजवान बेटियांलेखिका -सरिता.हिन्दू संस्कार सहयोगी हिन्दू सनातन जिलाअध्यक्ष इंदौ
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