इंदौर पुलिस द्वारा साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये, इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी अनुक्रम में अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर ने पुलिस टीम के साथ आइडियल चेरिटेबल ग्रुप की महिलाओं को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया।
सायबर अवेयरनेस के तहत आरम्भ होटल इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में एडीशनल डीसीपी क्राइम श्री राजेश दंडोतिया ने, 226 वीं कार्यशाला में आइडियल चेरिटेबल ग्रुप इंदौर की महिला सदस्यों को वर्तमान समय के साइबर अपराधों के प्रकारों और इनसे बचने के तरीकों को बताते हुए, उन्हें पुलिस के पास आने वाली साइबर अपराधों की शिकायतों की केस स्टडी के आधार पर, विभिन्न प्रकार के साइबर फ्रॉड- ओटीपी फ्रॉड, फर्जी लिंक भेज कर किए जाने वाले फ्रॉड, ओएलएक्स या ई-कॉमर्स वेबसाइट द्वारा किए जाने वाले फ्रॉड, सेक्सटॉर्शन फ्रॉड और सोशल मीडिया द्वारा की जाने वाली साइबर बुलिंग, फिशिंग आदि साइबर अपराधों की जानकारी दी।
साथ ही साइबर अपराध होने पर साइबर हेल्पलाइन-1930, cybercrime.gov.in तथा इंदौर पुलिस की साइबर हेल्पलाइन 704912445 आदि पर किस प्रकार शिकायत करें तथा पुलिस इन पर किस प्रकार कार्यवाही करती है और साइबर अपराधों से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखें आदि के संबंध में, प्रैक्टिकली समझाया गया।
उन्होंने सभी से कहा कि इस वर्चुअल वर्ल्ड के इन साइबर अपराधियों के सबसे ज्यादा सॉफ्ट टारगेट्स- बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं होते हैं।
चूंकि हम सभी आजकल बहुत से काम ऑनलाइन करने के साथ-साथ सोशल मीडिया आदि का भी ज्यादा उपयोग कर रहे हैं। अतः साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूक और सतर्क रहकर पूरी सावधानी के साथ सोशल मीडिया और ऑनलाइन फाइनेंशियल काम करें तथा अपनी निजी जानकारी किसी से भी शेयर नहीं करें ।
इस अवसर पर आइडियल चेरिटेबल ग्रुप इंदौर के पदाधिकारियों व सदस्यों ने साइबर सुरक्षा संबंधी बारिकियों को समझा और इंदौर पुलिस के इस अभियान की प्रशंसा की।
इंदौर पुलिस द्वारा साइबर अपराधों के प्रति लोगों को जागरूक करने के इस अभियान के तहत, यदि कोई स्कूल/कॉलेज, संस्थान, इकाई, कॉलोनी आदि में भी साइबर अवेयरनेस की कार्यशाला आयोजित करना चाहता है या कोई जानकारी चाहता है तो वह इंदौर पुलिस के नंबर 7049108197 पर संपर्क कर सकता है।