महिला अपराधों की रोकथाम एवं महिला सशक्तिकरण आदि को ध्यान में रखते हुए, सामुदायिक पुलिसिंग के तहत बालिकाओं की सुरक्षा और उन्हें सशक्त व स्वावलंबी बनाने तथा उनमें आत्मविश्वास बढ़ाने के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, इंदौर पुलिस द्वारा ‘‘सृजन-नई दिशा नया गगन’’ का संचालन किया जा रहा है। सृजन कार्यक्रम को प्रभावी रुप से सफल बनाने व संचालित करने के लिए पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री मकरंद देऊस्कर के दिशा-निर्देशन में आज दिनांक 01 फरवरी 2024 को नवीन पुलिस कंट्रोल रुम पलासिया स्थित सभागृह मे शहर के पुलिस अधिकारियों, उर्जा डेस्क प्रभारी, बाल कल्याण अधिकारी एवं विभिन्न संस्थाओ के पदाधिकारियों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
उक्त कार्यशाला के दौरान मुख्य अतिथी उप पुलिस महानिरीक्षक श्री विनीत कपूर, सामुदायिक पुलिसिंग/पीएसओ टु डीजीपी पुलिस मुख्यालय भोपाल, अति. पुलिस आयुक्त श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव, पुलिस उपायुक्त मुख्यालय श्री जगदीश डाबर, अति पुलिस उपायुक्त मुख्यालय श्रीमती सीमा अलावा, सहायक पुलिस आयुक्तगण, थाना प्रभारीगण, थानो के उर्जा डेस्क प्रभारी, बाल कल्याण अधिकारी एवं विभिन्न संस्थाओ के पदाधिकारीगण तथा सृजन कार्यक्रम की कोर टीम, पुलिस अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगण सहित विभिन्न संस्थाओ के सदस्यगण उपस्थित रहै।
पुलिस उपायुक्त मुख्यालय श्री जगदीश डाबर ने उक्त सृजन कार्यक्रम की कार्य संरचना के बारे में बताया और कहा कि पुलिस टीमों द्वारा शहर की विभिन्न संस्थाओ के साथ मिलकर इसके लिये कार्य किया जा रहा है। और बताया कि हमने विभिन्न संस्थाओ के साथ मिलकर शहर के थानो के ऐसे स्थानो को चिन्हित किया है जहा पर महिलाओ से संबंधित अपराध, अपहरण, गुमशुदगी, घरेलु हिंसा के अपराध अधिक होते है। वहां पर जाकर हमारी पुलिस टीमो (पुलिस दीदी) द्वारा आंगनवाडी कार्यकर्ताओ के साथ मिलकर डोर टू डोर जाकर लगभग 32000 लोगो का सर्वे किया गया है। तथा उनसे संवाद कर उनकी समस्याओ के बारे मे पता किया। जिसमे से 12-18 साल की लगभग 2400 बालिकाओ के लिए 16 पुलिस दीदी के ग्रुप बनाये गये है। जिनसे बच्चिया इनसे संवाद कर अपनी परेशानियो को बता सके। पुलिस द्वारा विभिन्न संस्थाओ के साथ मिलकर महिला अपराधो मे कमी लाने का प्रयास किया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान सहायक पुलिस आयुक्त मुख्यालय/महिला सुरक्षा श्रीमती अपूर्वा किलेदार द्वारा कार्यक्रम की रुपरेखा को पीपीटी के माध्यम से सृजन कार्यक्रम के दौरान किये जा रहे कार्यो के बारे मे जानकारी दी गई। बताया कि सृजन कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीमान पुलिस आयुक्त महोदय द्वारा 11 दिसबंर 2023 को किया गया था। जिसका उद्देश्य कमजोर वर्ग की बस्तियों की 12 से 18 वर्ष की आयु की बालिकाओं के समूह विकसित कर, उनसे संवाद स्थापित कर उनमें सामाजिक जनचेतना लाना है। जिसके पहले चरण मे ऐसे स्थानो को चिन्हित किया है जहा पर महिलाओ से संबंधित अपराध, अपहरण, गुमशुदगी, घरेलु हिंसा के अपराध अधिक होते है। तथा दुसरे चरण मे पुलिस दीदी की नियुक्ति कर ऐसे बालिकाओ से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओ को जाना गया।
कार्यक्रम के अतिथि उप पुलिस महानिरीक्षक श्री विनीत कपूर सर द्वारा इंदौर पुलिस द्वारा महिला अपराधों मे कमी लाने के लिए सृजन कार्यक्रम के तहत जागरुकता लाने के लिए किए जा रहे प्रयासो की प्रशंसा करते हुए उनके उत्सावर्धन के लिए पुरुस्कृत करने के लिए कहा गया। साथ ही उन्होने सामुदायिक पुलिसिंग के बारे मे जानकारी देकर बताया कि सामुदायिक पुलिसिंग के अंतगर्त विभिन्न योजनाए चलाई जा रही है। जिसके तहत महिला अपराधो मे कमी लाने तथा जागरुकता लाने के लिए सृजन कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। सृजन कार्यक्रम के तहत बालिकाओ मे जागरुकता लाने के लिए उनसे संवाद स्थापित कर उनमे अपने अधिकारो के प्रति अवेयरनेस लायी जाये। जैसे जैसे जागरुकता बढेगी शिकायतो व महिला अपराधो मे कमी आवेगी। महिला अपराधो मे कमी लाने के लिए सामुदायिक पुलिसिंग को बढावा देकर रक्षा समितियो, ऊर्जा डेस्क की महिला शक्ति को एक्टीव कर अवेरनेस प्रोग्रामो के माध्यम से जागरुकता लाना होगी। सृजन कार्यक्रम का प्रशिक्षण कार्यक्रम एक दिन का ना होकर 15-20 दिन का होगा जिसमे कानुन की जानकारी, स्वालंबन, उनके अधिकार आदि के बारे मे जानकारी दी जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित पदाधिकारियो द्वारा अपनी समस्याओ के बारे मे बताया तथा कार्यक्रम मे अपने सुझावो को रखा गया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए अति पुलिस उपायुक्त मुख्यालय श्रीमती सीमा अलावा द्वारा उक्त प्रशिक्षण कार्यशाला के लिए सबका धन्यवाद देकर आभार व्यक्त किया।