अब शिकायत नहीं समाधान होगा
इन्दौर।
अब यहां तक शिकायत दर्ज कराने आना ही नही है। आपका सीधे समाधान होगा।सिर्फ भीड़ जमा करने से कुछ नहीं होगा।
नवागत कलेक्टर आशीषसिंह ने अपने अंदाज में आते ही विभागीय अधिकारियों और उच्चाधिकारियों की लगाम कसना शुरू कर दी है। कलेक्टर ने विभागीय स्तर पर आवेदकों की परेशानियों का निराकरण किए जाने के निर्देश के साथ कामों की सतत समीक्षा किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि जनसुनवाई में शिकायतों की संख्या बढ़ने पर अधिकारियों पर कार्रवाई की की जा सकती है। साथ ही नदी प्रदूषण पर नियंत्रण रखने और जीरो टॉलरेंस की बात भी उन्होंने कही।
कलेक्टर आशीषसिंह ने आते ही टीएल बैठक के माध्यम से अधिकारियों से परिचय लिया और परिचय लेने के बाद काम को लेकर उनकी प्राथमिकताएं साफ कर दी हैं। उन्होंने अधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि विभागीय व क्षेत्रवार कामों को समय पर निपटा लिया जाए। कोई भी आवेदक निराकरण के लिए जिला प्रशासन मुख्य कार्यालय तक न आए, इसका ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि जिस भी अधिकारी को जो जिम्मेदारी दी गई है, उसके भ्रमण और कार्रवाई और इंस्पेक्शन के दौरान पाई गई कमियां और उससे संबंधित की गई कार्रवाई पर भी विस्तृत
जानकारी देना होगी। कार्यालय में आने वाले नागरिकों और आवेदकों से सीधे संवाद रखने के निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रशासन और उससे जुड़े विभागों में अधिकारियों को अब अपने किए गए कामों का रिजल्ट कलेक्टर के सामने खुद रखना होगा। प्रेजेंटेशन के माध्यम से हर हफ्ते जहां खुद के किए कामों की सूची सामने रखना होगी, वहीं कार्रवाई के लिए भी तैयार रहना होगा। उल्लेखनीय है कि चुनाव के चलते जिला प्रशासन कार्यालय में नामांतरण से लेकर बंटांकन तक के आवेदनों का ढेर लग गया है। इसके साथ ही जनता की शिकायतें भी बढ़ गई हैं।