बालिकाओं एवं महिलाओं को सशक्त एवं स्वावलंबी बनाने की दिशा में, इंदौर पुलिस द्वारा विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर करेंगे, उनमें सामाजिक जनचेतना लाने के प्रयास।
पुलिस द्वारा एनजीओं के साथ, कमजोर वर्ग की 12-18 वर्ष आयु समूह की बालिकाओं से जीवंत जनसंवाद स्थापित कर, उनके लिए किया जाएगा विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन।
इंदौर । महिला अपराधों की रोकथाम एवं उनकी सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण आदि को ध्यान में रखते हुए, सामुदायिक पुलिसिंग के तहत पुलिस मुख्यालय के निर्देशन में बालिकाओं की सुरक्षा और उनके सशक्तिकरण तथा उनमें आत्मविश्वास बढ़ाने के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री मकरंद देऊस्कर द्वारा सृजन बालिका समूह कार्यक्रम का शुभारंभ, आज दिनांक 11.12.23 को रक्षित केन्द्र इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में दीप प्रज्वलन व ‘‘सृजन-नई दिशा नया गगन’’ के पोस्टर का अनावरण कर, किया गया। उक्त कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) इंदौर श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) इंदौर श्री मनीष कपूरिया, पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) इंदौर श्री जगदीश डावर, पुलिस उपायुक्त ज़ोन-3 इंदौर श्री पंकज पाण्डे, अति. पुलिस उपायुक्त ज़ोन-1 श्री आलोक शर्मा, अति. पुलिस उपायुक्त ज़ोन-4 श्री अभिनय विश्वकर्मा, अति. पुलिस उपायुक्त (महिला सुरक्षा) श्रीमती प्रियंका डुडवे, महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री रामनिवास बुधौलिया, रक्षित निरीक्षक श्री दीपक कुमार पाटिल सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी, शहर के विभिन्न बस्तियों/कॉलोनियों की कमजोर वर्ग की 12 से 18 वर्ष उम्र की करीब 250 बालिकाएं तथा अन्य पुलिस अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे ।
उक्त सृजन कार्यक्रम की कार्य संरचना के बारे में पुलिस उपायुक्त मुख्यालय श्री जगदीश डावर ने बताया कि इस कार्य योजना को प्रभावी रूप से संचालित करने के लिए महिला सुरक्षा से संबंधित अधिकारीगण तथा अन्य महिला पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगण एवं स्थानीय सामाजिक संगठनों से सहभागिता निर्मित कर, सर्वप्रथम कमजोर वर्ग की बस्तियों में जाकर 12 से 18 वर्ष की आयु की बालिकाओं का समूह विकसित करेंगे, जिनके साथ पुलिस अधिकारी एवं एनजीओ मिलकर उनसे जन संवाद स्थापित कर सृजन प्रशिक्षण कैम्प आयोजित किये जाएंगे। जिसमें बालिकाओं को फिजिकल फिटनेस, मार्शल आर्टस, सेल्फ डिफेन्स, कानून का ज्ञान, हेल्थ एवं हाईजीन का ज्ञान, नैतिक शिक्षा, गुड सिटिजनशिप एजुकेशन, कैरियर गाईडेन्स प्रोग्राम इत्यादि प्रदाय कर बालिकाओं को सशक्त एवं स्वावलंबी बनाने की दिशा में विभिन्न प्रयास किए जाएंगे ।
इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर श्री मकरंद देऊस्कर ने कहा कि इस सृजन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यही है कि बालिकाओं में सुरक्षा की भावना तथा उनका आत्मविश्वास और ज्यादा से ज्यादा बढे, महिलाएं सशक्त व स्वावलंबी हो। उनमें इतना आत्मविश्वास आ जाए कि वह जीवन में अपने लक्ष्य निर्धारित कर, भविष्य में कुछ बन सके तथा वह अपने प्रति होने वाले अपराधों एवं उत्पीड़न के प्रति जागरूक हो और इनके विरुद्ध बिना किसी डर और हिचक के आवाज उठा सके यही हमें इस अभियान के तहत उनमें जनचेतना लानी है।
उन्होंने सभी सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों एवं उनकी टीम के कार्यो की सराहना करते हुए सभी को धन्यवाद दिया गया तथा कहा कि हम सभी मिलकर इस प्रकार कार्य करें कि यह कार्यक्रम बालिकाओं में ऐसी जनचेतना व आत्मविश्वास लाए,जिससे उनमें एक नई दिशा व नये गगन का सृजन हो, तभी हमारें यह प्रयास सार्थक हो पाएंगें।
कार्यक्रम में आई बालिकाओं ने अतिथि अधिकारियों का स्वागत किया तथा कुछ बालिकाओं ने पूरे आत्मविश्वास के साथ, आने वाला कल बेटियों का ही है, इस पर कविताएं भी प्रस्तुत की।
कार्यक्रम का सफल संचालन अति. पुलिस उपायुक्त श्रीमती प्रियंका डुडवे द्वारा किया गया तथा उक्त सफल कार्यक्रम पर सभी के प्रति आभा एफसीर व धन्यवाद, रक्षित निरीक्षक श्री दीपक कुमार पाटिल द्वारा व्यक्त किया गया।