सांवेर रोड इंदौर के औद्योगिक क्षेत्र में पानी के ये हाल है की जमीन के अंदर कई 100 फीट तक पानी को जहरीला पाया गया।
जब पानी की जांच की गई तो मानक टीडीएस से कई गुना पानी अशुद्ध पाया गया।
पानी इतना अधिक दूषित पाया गया कि अन्य काम के लिए भी इस्तेमाल करने लायक नहीं था इंजीनियरों ने जब इस पानी को लैब में जांच के लिए भेजा तो यह पशुओं को पिलाने लायक भी नहीं निकला और यह पानी लाल तो था ही इसे अन्य कामों में भी नहीं लिया जा सकता है। कुमेडी क्षेत्र में यह पानी पूर्णता दूषित पाया गया। और आमजन के इस्तेमाल के लिए पानी टैंकरों से मंगाया गया अन्य क्षेत्रों में उपयोग हेतु।
सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र का आंकड़ा
700के करीब बड़े उद्योग
130 का मुआयना किया गया
50कॉलोनी रहवासी है
35कारखाने सील किए गए।
40से50लाख पौधे रोपे गए।
प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम 1974 के पालन न करने का दोषी 34 कारखाने को पाया गया और उन्हें नोटिस भी थम गए। इन कारखानों में से निकलने वाले गन्दे पानी को सीधे मुख्य जल स्त्रोत में मिलाए जाते देखने के बाद इनको सील करने की कार्यवाही की गई।
यहां की अबोहवा को स्वच्छ रखने का बीड़ा कुछ उद्योगपतियों ने उठाया है और लगभग 7.30 एकड़ जमीन पर वृक्षारोपण करने की व्यवस्था इन्होंने की है।
डेंस एरिया में वृक्षारोपण के लिए 35 लाख रुपए खर्च किए जाने की व्यवस्था एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्री ने की है। जिला उद्योग केंद्र से जुड़ी हुई अपनी जमीन कुछ व्यापारी वृक्षारोपण के लिए सरकार को दे रहे हैं। और ऐसी जमीन जिन पर अवैध कब्जा किया गया है। उन पर निगम जल्द कार्रवाई करने की तैयारी में है।
सांवेर रोड के सेक्टर ए डी सी की जमीन पेड़ लगाने और बाउंड्री वॉल किए जाने के लिए चुनी गई है।
यदि सरकार और यहां के उद्योगपतियो द्वारा इसी तरह के प्रयास किए जाते रहेंगे तो भविष्य में उम्मीद की जा सकती है कि सांवेर रोड का जल प्रदूषण से मुक्त हो जाए और यहां की हवा स्वच्छ हो जाए और इस क्षेत्र को प्रदूषण से निजात मिल जाए |
1 लाख लोग पी रहे हैं जहरीला पानी सांवेर रोड के औद्योगिक क्षेत्र में कारखानों से निकलने वाले गन्दे पानी और कचरे के कारण
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