शहरभर में करोड़ों के दस एसटीपी बनाए जा चुके हैं और 11वें एसटीपी का काम सिरपुर तालाब के समीप चल रहा है, जो जून 2024 तक पूरा हो जाएगा। इसके बनने से द्वारकापुरी से लेकर हवा बंगला की दर्जनों कालोनियों के सीवरेज के पानी का ट्रीटमेंट हो सकेगा और उस पानी को छोटा सिरपुर तालाब में छोड़ा जाएगा, इससे तालाब 12 महीने पानी से लबालब रहेगा।
नगर निगम द्वारा विभिन्न प्रोजेक्टों के तहत एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) बनाए गए हैं। सीपी शेखर नगर, कबीटखेड़ी, दयानंद नगर से लेकर कई स्थानों पर बने एसटीपी से हर रोज करीब 300 एमएलडी से ज्यादा पानी मिल रहा है और यह पानी हाइड्रेट बनाकर सप्लाय भी किया जा रहा है। आने वाले दिनों में कई औद्योगिक
इकाइयों को इसका पानी बेचे जाने की तैयारी है, जिसको लेकर दो बार बैठकें हो चुकी हैं, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी खेती के लिए इस पानी के सप्लाय हेतु लाइनें बिछाने का काम भाँरासला और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहा है। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक अब 11वें एसटीपी का काम सिरपुर तालाब के समीप चल रहा है, जो 20 एमएलडी का रहेगा और इस पर 40 करोड़ रुपए की लागत आएगी। सुखनिवास, विदुर नगर, द्वारकापुरी, हवा बंगला क्षेत्र की दर्जनों कालोनियों के सीवरेज का पानी नए बनाए जा रहे ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंचाया जाएगा और वहां हर रोज 20 एमएलडी पानी साफ होगा, जिसमें से आधा पानी अन्य उपयोग के लिए रखा जाएगा और आधा पानी छोटा सिरपुर तालाब में छोड़ा जाएगा।
40 करोड़ से बन रहा है एसटीपी, दर्जनों कालोनियों के सीवरेज के पानी का होगा ट्रीटमेंट, साफ पानी छोड़ेंगे |