विविधता में एकता, भारत की विशेषता है। विविधता का हम गौरव करते हैं। विविधता में एकता सिर्फ एक नारा भर नहीं बल्कि हमारी अपार-शक्ति का भंडार है। भारत की विविधता एक ऐसी शक्ति है जो दुनिया में किसी और जगह नहीं मिलती। विविधता से भरे भारत में हमें एकता के सामर्थ्य से बढ़ना है आगे…
- आनेवाले 25साल एक मंत्र को लेकर चले , ये हमारे राष्ट्रीय चरित्र का सिरमौर होना चाहिए। एकता का संदेशको एकता को जीना भारत की एकता को जीना ऐसी मेरी भाषा होगी ना मेरा कोई ऐसा कदम होगा । हर पल देश को जोड़ने का मेरी तरफ से प्रयास होता रहेगा। भारत की एकता हमें सामर्थ देती है।
- विविधता भरे देश में एकता का सामर्थ्य होता है। अगर 2047 में हमें हमारे देश को विकसित भारत के रूप मे भारत बढ़ाना होगा।
● भारत का कोई भाग समाज का कोई तबका अगर दुर्बल रहे तो मेरी भारतमाता समर्थ है स्वस्थ है ऐसा सोचकर हम बैठक क्षेत्र को ड्रेस करने को आवश्यकता है और इसका विकास हो. सर्वपक्षीय विकास हो के हर क्षेत्र को उसकी अपनी कोकाले उस दिशा में बढ़ते है।
जय एकता की बात करता हूँ तब अगर पटना मणिपुर में होती है तो पीड़ा महाराष्ट्र में होती है। अगर बाद असम में आती है तो केरल हो जाता है। हिंदुस्तान के किसी भी हिस्से में कुछ भी हो हम एक अंगदान के भाव को अनुभूति करते है।
पिछले एक साल से हिंदुस्तान के हर कोने में जिस प्रकार से जी-20 के अनेक कार्यक्रम हुए हैं, उसने देश के लोगों के सामर्थ्य और विविधता से विश्व को परिचित कराया है।
भारत एक मदर ऑफ डेमोक्रेसी है, भारत मॉडल ऑफ डायवर्सिटी भी है। भाषाएं अनेक हैं, बोलियां अनेक हैं, परिधान अनेक हैं, विविधताएं बहुत है। हमें उन सभी के आधार पर आगे बढ़ना है। जब अफगानिस्तान से गुरुग्रंथ साहब के स्वरूप को लाते हैं तो पूरा देश गोरव की अनुभूति करता है।
+अमृत यात्रा से एक हजार साल का स्वर्णिम इतिहास होगा अंकुरित+
भारतीय तिरंगे की बढ़ती ताकत से अगले 25 वर्षों में तिरंगे को विकसित भारत का तिरंगा बनाने के लक्ष्य की ओर अग्रसर राष्ट्र सामूहिक दायित्व से लैस है। अब पूज्य बापू के सपनों का भारत बनाने को कृत संकल्पित 140 करोड़ देशवासी एक परिवार के रूप में आगे बढ़ रहे हैं, ताकि जब लाल किले की प्राचीर से 2047 का तिरंगा झंडा फहरेगा, तब विश्व एक विकसित भारत का गुणगान करता दिखे…
2047 विकसित भारत का हो तिरंगा
मैने 2014 में कहा था जीरो डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट दुनिया के किसी भी टेबल पर मेक इन इंडिया चीज हो तो दुनिया को विश्वास होना चाहिए, इससे बेहतर दुनिया में कुछ नहीं हो सकता है।
25 साल का मंत्रः राष्ट्रीय चरित्र का सिरमोर
जब 2017, हम एक विकसित भारत का सपना ले कर चल रहे है यो सपना नहीं 140 करोड़ देशवासियों का संकल्प है। उस संकल्प को सिद्ध करने के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा भी है और उसकी सबसे बड़ी ताकत होती है, वो राष्ट्रीय चरित्र होता है।
हमारा राष्ट्रीय चरित्र ओजस्वी हो, तेजस्वी हो, पुरुषार्थी हो. पराक्रमी हरे प्रखर हो, ये हम सबका सामूहिक दायित्व है। आने वाले साल हम एक ही मंत्र को लेकर चलें, ये हमारे राष्ट्रीय चरित्र का सिरमौर होना चाहिए।
एकता का संदेश भारत की एकता को जीना, भारत की एकता को अधि आए ऐसी मेरी भाषा होगी, न ऐसा मेरा कोई कदम होगा। हर पल देश को जोड़ने का प्रयास मेरी तरफ से भी होता रहेगा। भारत की एकता हमें सामर्थ्य देती है।
उत्तर हो, दक्षिण हो, पूर्व हो हो हो शहर हो, पुरुष हो
नारी हो, हम सबने एकता के शव के साथ और विविधता भरे देश में
एकता का सामर्थ्य होता है और की बात में देख रहा हूँ
अगर 2047 में हमें हमारे भारत के रूप में देखना है
तो हमे श्रेष्ठ भारत के मंत्र का संकल्प करना होगा।
देश में आगे बढ़ने के लिए एक अतिरिक्त शक्ति का सामर्थ्य भारत को आगे ले जाने वाला है वो है नारी के नेतृत्व में विकास आज भारत गर्व से कह सकता है कि दुनिया में नागरिक आयन में अगर
किसी एक देश में सबसे ज्यादा महिला पायलट है तो मेरे देश में है। सपने अनेक है, सकल्प साफ है, नीतियाँ स्पष्ट है। नीयत के सामने कोई सवालिया निशान नहीं है। आजादी के अमृत काल में 2047 में जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा, उस समय दुनिया में भारत का तिरंगा झंडा विकसित भारत का तिरंगा झंडा होना चाहिए, रती मर भी हमें रुकना नहीं है, पीछे हटना नहीं है। इसके लिए शुचिता, पारदर्शिता और निष्पक्षता ये पहली मजबूती की जरूरत है।
हम उस मजबूती को जितना ज्यादा पानी दे सकते हैं, सस्थाओं के माध्यम से दे सकते हैं, नागरिक के नाते दे सकते हैं, परिवार के जाते दे सकते है यह हमारा सामूहिक दायित्व होना चाहिए।
पिछले 75 साल का इतिहास देखिए, भारत के सामर्थ्य में कोई कमी
नहीं थी और यह जो देश कभी सोने की चिड़िया कहा जाता था वो
देश क्यों न फिर से उस सामर्थ्य को ले कर खड़ा हो सकता है। मेरा अटूट विश्वास है साथियों, मेरे प्रिय परिवारजनों, मेरा अखंड अटूट, एकनिष्ठ विश्वास है कि 2047 में जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा मेरा देश विकसित भारत बनकर रहेगा।