इलाज के नाम पर कर रहे हैं धोखाधड़ी और लूट पाठ । हमारी टीम ने जब इस फर्जी डॉक्टर से बात की तो इसने बताया कि यह किस तरह लोगों का इलाज करता है । इसके पास जो मरीज आते हैं इलाज के लिए तो यह उनका पौधो के एक्सट्रक्ट्स के द्वारा इलाज किया जाता हैं। उसने बताया किसके पास जो मरीज आते हैं वह 3 th स्टेज और 4th स्टेज होते हैं जो ऑपरेशन कर चुके होते हैं। रेडिएशन करवा चुके होते है। इन मरीजों का इलाज अजय हार्डिया पौध के एक्सट्रक से बनी दवाई से इलाज का दावा करता है। । इसका कहना है कि यह जो दवा देता है वह वह एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट वाली होती है और उन मरीजों पर काम करती है। जो की मार्फिन के दो से तीन डोस ले चुके होते हैं।
अजय हार्डिया के पास कोई कैंसर और किडनी इलाज करने के लिए कोई डिग्री नही है। और न ही सही तरीके से इलाज करने की इसके पास पर्याप्त शिक्षा हैं । इसके खिलाफ विभिन्न थाने में 9 एफआईआर रजिस्टर्ड है । जिस पर कोई कार्यवाही सरकार और पुलिस की तरफ से नहीं हो रही है!
अजय हार्डिया के खिलाफ शिक्षा के नाम पर छात्रों के साथ बेईमानी और धोखाधड़ी का मामला भी दर्ज है। इसने बच्चों के एडमिशन को लेकर जलसाजी और गड़बड़ घोटाला किया है। छात्रों द्वारा इसके ऊपर आरोप है कि 82 लाख की स्कॉलरशिप खा गया है।
और इसमें 17 बच्चों के साथ धोखाधड़ी की। जब कॉलेज के 17 छात्रों ने इसे अपनी मार्कशीट मांगी तो इसने उन्हें भी धमकाया,
10 साल हो गए बच्चों को आज भी न्याय नहीं मिला आज भी वह नौकरी के दर-दर भटक रहे हैं ।
अजय हार्डिया की करतूतों ने बेचारे गरीब आदिवासी किसान परिवार को भी नहीं छोड़ा उनकी जमीन पर गैर कानूनी तरीके से कब्जा कर लिया l
और अपना अस्पताल खड़ा कर हार्डिया अस्पताल स्थापित कर लिया। अजय हार्डिया ने निगरानी करने के लिए अपना एक आदमी नरेंद्र कुशवाहा को रखा है । जो की आदिवासी गरीब किसान परिवार को वहां आने नहीं देता है उनसे बदतमीजी करता है मारपीट करता है और जान से मारने की धमकी तक देता है । जाने कब प्रदेश शासन और जनप्रतिनिधि इस अजय हार्डिया पर सख्त से सख्त कार्यवाही करेगेl