रिपोर्ट नलिन दीक्षित
यह एक सैन्य अभियान है जिसका उद्देश्य पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था।
यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे।
भारतीय वायु सेना ने बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद सहित नौ आतंकी ठिकानों पर रात लगभग 1:30 बजे हवाई हमले किए।
ऑपरेशन का नाम “सिंदूर” प्रतीकात्मक है। पहलगाम हमले में आतंकियों ने विशेष रूप से विवाहित महिलाओं के पतियों को निशाना बनाया, जिसे भारतीय संस्कृति में मांग के सिंदूर (विवाह और सुहाग के प्रतीक) को मिटाने की कोशिश के रूप में देखा गया।
इस नाम के जरिए भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख और निर्दोष नागरिकों की रक्षा का भावनात्मक व सांस्कृतिक संदेश दिया।पीआईबी के अनुसार, इस ऑपरेशन में केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, और पाकिस्तान की सैन्य सुविधाओं को छुआ नहीं गया, ताकि कार्रवाई का मकसद आतंकवाद विरोधी हो, न कि युद्ध को बढ़ावा देना। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, हमलों में 12 आतंकी मारे गए और 55 घायल हुए। भारतीय सेना ने इसे “न्याय” के रूप में पेश किया, और सोशल मीडिया पर “जय हिंद” जैसे नारे वायरल हुए।