रिपोर्ट नलिन दीक्षित
यह ऐसी युद्ध तकनीक है जिसमें हथियारों का उपयोग किए बिना ही दुश्मन की सैन्य गतिविधियों को बाधित करने और उसकी संचार प्रणालियों को ठप करने की क्षमता होती है।
ईरान की इन सैन्य गतिविधियों को संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ संभावित युद्ध की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। आईआरजीसी (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स) ने अपने सभी वायु रक्षा बलों को आदेश दिया है कि अगर कोई भी विदेशी विमान बिना अनुमति ईरानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश करता है तो उसे गोलियों से गिरा दिया जाए।
इसके साथ ही ईरान ने कई स्थानों पर इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियाँ तैनात कर दी हैं। पर्शियन गल्फ अब शांत नहीं है।
आदेश जारी हो चुके हैं, उपकरण सक्रिय हो चुके हैं, संचार पर नियंत्रण स्थापित कर लिया गया है। ईरान केवल धमकी नहीं दे रहा, वह वास्तविक सैन्य कदम उठा रहा है।